समूचे भारतीय उपमहाद्वीप में इस्मत चुग़ताई का नाम किसी तआरुफ का मोहताज़ नहीं। वह जितनी हिंदुस्तान में मशहूर हैं, उतनी ही पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी। उनके चाहने वाले यहाँ भी हैं और वहाँ भी।
एक ऐसा आदमी जो मजबूत जनाधार नहीं होने के बावजूद तीन दशक से ज़्यादा समय तक राजनीति में छाया रहा, एक ऐसा आदमी जो दो बार प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गया। क्या है प्रणब मुखर्जी होने का मतलब?
सभी लोग कोरियोग्राफ़र सरोज ख़ान को उनके इसी नाम से जानते हैं जबकि उनका असली नाम निर्मला नागपाल था। उन्होंने अपनी शादी से पहले इसलाम धर्म कबूल कर लिया था।
डांस की मल्लिका सरोज ख़ान का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। फ़िल्म इंडस्ट्री को सरोज ख़ान के निधन से फिर एक बार झटका लगा है और सभी लोगों ने दुख जताया है।
आज यानी 30 जून को बाबा नागार्जुन का जन्मदिवस है। वह जनवादी-प्रगतिशील हिंदी और मैथिली कविता के अप्रीतम हस्ताक्षर हैं जिनका साहित्य और जीवन खिली हुई धूप सरीखा था।
देश सत्यजित राय जन्म शताब्दी वर्ष मना रहा है। विश्व प्रसिद्ध पाथेर पांचाली के अलावा अपराजितो, अपूर संसार, प्रतिद्वंद्वी और सीमाबद्ध जैसी कई सर्वश्रेष्ठ फ़िल्में बनाईं।