ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ईशनिंदा क़ानून यानी एंटी ब्लासफ़ेमी लॉ की माँग क्यों की है, क्या वह भारत में इसलाम पर हो रहे कथित हमलों से परेशान है?
महात्मा गांधी की हत्या पर लिखी गई नई किताब में यह दावा किया गया है कि पाकिस्तान को 55 करोड़ रुपए देने पर विवाद होने के पहले ही गांधी जी की हत्या की योजना बन चुकी थी। क्या है मामला?
बांग्लादेश में दुर्गापूजा के दौरान हुए दंगों के बाद बहुसंख्यक मुसलमान समाज अल्पसंख्यक हिन्दुओं के साथ है और लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है। यह भारत के बहुसंख्यकवाद के नैरेटिव के उलट है।
चीन को दक्षिण चीन सागर में घेरने के लिए भारत का इस्तेमाल करने वाले अमेरिका ने ब्रिटेन व ऑस्ट्रेलिया से किए गए सैन्य संधि से बाहर भारत को रख कर अच्छा ही किया है। क्या है मामला?
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका जा रहे हैं, जहां वे संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के अलावा क्वैड की बैठक में शिरकत करेंगे और दोतरफा रिश्तों पर बात करेंगे।
चीन ने अफ़ग़ानिस्तान को तीन करोड़ डॉलर की मानवीय मदद का एलान कर दिया है, उसने इसके अलावा बड़े पैमाने पर वित्तीय निवेश और दूसरी आर्थिक गतिविधियों का भरोसा भी दिया है। इससे क्या होगा?
अफ़ग़ानिस्तान की तालिबान सरकार ने 2001 में बामियान में बनी 55 मीटर ऊँची बुद्ध प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया। इसमें मौजूदा अफ़ग़ान प्रधानमंत्री अखुंद की क्या भूमिका थी?
अफ़ग़ानिस्तान की अंतरिम सरकार में कौन लोग हैं, उनका आतंकवादी संगठनों से क्या रिश्ता रहा है, वे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सूची में क्यों हैं, पढ़ें यह खबर।
तालिबान के सिराजुद्दीन हक्क़ानी गुट ने मुल्ला बरादर और हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा को नेता मानने से इनकार कर दिया है। इस पर मारपीट तक की नौबत आ गई और बीचबचाव के लिए आईएसआई प्रमुख को जाना पड़ा।
इसलामिक स्टेट खुरासान का मक़सद पहले मध्य पूर्व और उसके बाद भारत में इसलामी ख़िलाफ़त की स्थापना करना है। पर क्या होता है इसलामी ख़िलाफ़त? पढ़े प्रमोद मल्लिक का यह लेख।
काबुल हवाई अड्डे पर हुए धमाकों से यह संकेत मिलता है कि इसलामिक स्टेट अब वहां पहले से अधिक मजबूती से उभर कर आ सकती है और तालिबान के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर हिंसा फैला सकती है। पढ़ें, प्रमोद मल्लिक का यह लेख।
तालिबान जिस बहावी इसलाम की स्थापना के लिए आन्दोलन चलाने का दावा करता है जो सऊदी अरब के पैसे से फला फूला, अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता पर उसके काबिज़ होने के बाद सऊदी अरब चुप क्यों है?