जेटली की छवि एक ऐसा नेता की थी जिसकी दिल्ली के पॉवर कॉरिडोर (शक्ति केंद्रों) में पहुँच थी और जो अपने साथियों को सियासी बवालों से निकाल लाने की काबिलियत रखता था।
प्रख्यात नाटककार और बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गिरीश कर्नाड का सोमवार को 81 साल की उम्र में निधन हो गया। तुगलक जैसे नाटक लिखने वाले कर्नाड पिछले कई दिनों से बीमार थे।
कृष्णा सोबती, अज्ञेय, कमलेश्वर, राजेन्द्र यादव, निर्मल वर्मा, श्रीलाल शुक्ल, केदारनाथ सिंह और अब नामवर सिंह के रूप में हिंदी के इस हरे-भरे जंगल से एक-एक कर पुराने दरख्त ख़त्म हो चुके हैं।
नामवर सिंह परलोक लीन हो गए। ऐसा लग रहा है कि मानो मेरे भीतर कुछ टूट गया हो। कुछ अपूरणीय-सा। असहनीय-सा। यह हिन्दी आलोचना की तीसरी परम्परा का चले जाना है।
राजनीतिक साहस, संगठन-क्षमता में बेजोड़ होने के कारण जॉर्ज करिश्माई व्यक्तित्व के स्वामी थे। सामाजिक-आर्थिक न्याय के मोर्चों पर उनकी बहादुरी को देश नहीं भूलेगा।
जार्ज ने घर से निकलकर कई-कई बार पूरे देश को हिलाया, सरकारें बनाईं और गिराईं। समाज और परिवार से बग़ावत कर समाजवादी राजनीति की। जार्ज वास्तव में बेचैन आत्मा थे।
स्त्री की शारीरिक ज़रूरतें और उस पर थोपे गई यौन शुचिता के पाखंड को अपने उपन्यास मित्रो मरजानी में कृष्णा सोबती ने बखूबी उभारा था। क्या कहना है मैत्रेयी पुष्पा का?
क़ैफी आज़मी के रोमांटिक गीतों ने धूम मचा दी और वे बॉलिवुड पर छा गए, पर मूल रूप से वे विद्रोह के कवि था। कम्युनििस्ट विचारधार पर चलने वाले क़ैफी ने कई विषयों पर कलम चलाई।