उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले इसी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाट परिवार में जन्म लेने राजा महेंद्र प्रताप का नाम जप कर उन्होंने अलीगढ़ में एक नए राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रख दी।
मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली नीट को लेकर विवाद है। इस बीच तमिलनाडु सरकार ने राज्य में नीट को ख़त्म करने का फ़ैसला किया है। उसने तर्क दिया है कि यह परीक्षा ग़रीबों को दरकिनार करती है।
हिन्दू मुसलिम विवाद क्यों खड़ा किया जा रहा है और नफ़रत क्यों फैलाई जा रही है? क्या यह सच नहीं है कि हम सब एक ही ईश्वर के मानने वाले हैं और हमारे पूर्वज एक ही थे? क्या ऐसा विवाद कभी था? जानिए इस पर तीसरी कड़ी में दोनों धर्मों के बीच कितनी नज़दीकी रही है।
जावेद अख़्तर हिंदू दक्षिणपंथियों पर दिए बयान को लेकर विवादों में क्यों हैं? आख़िर उन्होंने इंटरव्यू में क्या कहा था और विरोधी उनको किस रूप में पेश कर रहे हैं। इस पर ख़ुद जावेद अख़्तर ने सफ़ाई जारी की है। पढ़िए जावेद अख़्तर की क़लम से...
देश में नफ़रतें फैलाई जा रही हैं और धर्म के नाम पर तनाव फैला कर राजनीतिक लाभ उठाया जा रहा है। ऐसे में, हम सब का कर्तव्य है कि हिन्दू मुसलिम तनाव पैदा करने की कोशिश को नाकाम करें और वह सच सामने पेश करें जिससे दोनों वर्गों के बीच की दूरियाँ कम हों। पेश है इस पर दूसरी कड़ी।
संघ प्रमुख मोहन भागवत हिन्दू राष्ट्र की कल्पना पर ज़ोर देते हैं, लेकिन साथ ही अब सामाजिक समरसता और दूसरे समुदाय के लोगों से संपर्क को बढ़ावा देना भी चाहते हैं। क्या भागवत संघ को बदलने की कोशिश में हैं?
क्या हिंदू और मुसलमान सभी पहले एक ही ईश्वर के मानते थे और क्या सभी के पूर्वज एक ही थे? यदि ऐसा है तो आख़िर हिंदू-मुसलिम के बीच ऐसा फर्क क्यों आया? क्या नफ़रत भी उसी का नतीजा है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मोहन भागवत ने एक बार फिर कहा है कि मुसलमान भारत में आक्रमणकारी बन कर आए थे, जबकि सच यह है कि वे यहां सबसे पहले व्यापारी बन कर आए थे।
अमेरिका पर 9/11 के हमले के 20 साल बाद वह अफ़ग़ानिस्तान छोड़ कर वापस लौट गया है। लेकिन वह जो अफ़ग़ानिस्तान छोड़ गया है, वह बदला हुआ है। सवाल यह है कि इस बदले हुए देश में भारत अपनी भूमिका तलाशता है या नहीं।
मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में किसान आंदोलन का जो रूप दिखाई दिया है वह क्या हिंदुत्ववादियों द्वारा बहुसंख्यक हिंदुओं की आँखों पर चढ़ाया गया हिंदुत्व के चश्मे को उतार फेंकेगा?
कृषि क़ानून, सीएए जैसे अधिकतर क़ानूनों के ख़िलाफ़ जबरदस्त आंदोलन क्यों हो रहे हैं? क्या क़ानून बनाने या सुधार करने से पहले पर्याप्त चर्चा नहीं हो रही है? पहले संशोधन विधेयक संयुक्त समितियों को भेजे जाने का चलन था, क्या अब वैसा हो रहा है?
'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के दूसरे चरण की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले में की गयी। उज्ज्वला योजना के पहले चरण का क्या हस्र हुआ और दूसरे चरण का भी क्या मक़सद है?