आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के न्योते पर पूरे विपक्ष दिल्ली के जंतर मंतर पर जमा हो गया। एक के बाद एक सबने बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर ज़बरदस्त हमला बोला।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी द्वारा कांग्रेस के 60 साल के ‘कुशासन’ का जवाब क्या कांग्रेस संघ, गोडसे और सावरकार के इतिहास पर सवाल उठाकर देगी? कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के भाषणों को देख कर तो ऐसा ही कुछ लगता है।
एमपी में गोकशी और गो-तस्करी मामले में रासुका लगाने पर दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान में बेचैनी है। पहले दिग्विजय सिंह और अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के इन मामलों में रासुका लगाए जाने पर सवाल उठाए हैं।
राहुल गाँधी प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ आज बहुत आक्रामक दिखे। उनका लहज़ा काफ़ी तल्ख़ था और तेवर तीखे। उन्होंने मोदी को कायर, डरपोक कहा। उन्होंने उन्हें मोहन भागवत के रिमोट कंट्रोल से चलने वाला प्रधानमंत्री क़रार दिया।
जब से प्रियंका गाँधी को कांग्रेस का महासचिव बनाया गया है तब से कांग्रेस को वही मीडिया स्पेस मिलने लगा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिला करता था। यह बीजेपी के लिए चिंता की बात है।
विश्वविद्यालयों में 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम को लेकर बढ़ते विरोध से बीजेपी के लिए लोकसभा 2019 की राह मुश्किल हो सकती है। यह मुश्किल खड़ी करेंगी एसपी, आरजेडी और बीएसपी।