loader

गहलोत के निशाने पर मोदी, कहा, देश में लोकतंत्र नहीं होता तो मोदी पीएम नहीं होते

राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच आरपार की लड़ाई लड़ रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए सलाह दे डाली कि वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम छोड़ दें, क्योंकि इतिहास किसी को माफ़ नहीं करता। 

राजस्थान से और खबरें
गहलोत ने ट्वीट कर कांग्रेस के अभियान 'स्पीक अप फ़ॉर डेमोक्रेसी' के बारे में जानकारी दी। लेकिन इसका असली महत्व इसके साथ लगे वीडियो में है। गहलोत ने ट्वीट कर कांग्रेस के अभियान स्पीक अप फ़ॉर डेमोक्रेसी के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने मोदी पर हमलावर होते हुए कहा कि जो ग़लती करता है उसे उसकी कीमत चुकानी होती है, लिहाज़ा मोदी लोकतंत्र को कमज़ोर करना छोड़ दें। 
अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी प्रधानमंत्री इसलिए बन पाए कि भारत में लोकतंत्र है, यदि यहाँ पाकिस्तान जैसे हालात होते तो शायद वह प्रधानमंत्री नहीं बन पाते।

उस वीडियो में राजस्थान के मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए कहा कि 'आज देश में जिस प्रकार का माहौल है वह चिंताजनक है। जिस प्रकार से देश में चुनी हुई सरकारें गिराईं जा रही है..कर्नाटक में... महराष्ट्र में क्या हुआ यह सबको पता है। मध्यप्रदेश में क्या हुआ वह भी सबको मालूम है।'

गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार हो, राज्य सरकार हो या फिर कोई  राजनीतिक दल हो सबको मिलकर कोरोना से जंग जीतना है। जीवन बचाना हम सब का कर्तव्य है। पूरे देश में कोरोना की संख्या तेजी से बढ़ रही है यह चिंता का विषय है। इसे कैसे उसे रोका जाए, इस पर हमें चिंतन करना चाहिए। लेकिन मुझे दुख होता है कि कोरोना की जंग के समय भी अगर आप राजनीति करें, ऐसी गतिविधि करें जो डेमोक्रेसी के खिलाफ हो। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

राजस्थान से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें