loader

FIR में बजरंग दल, विहिप, भाजयुमो नेताओं के नाम

सोमवार को बुलंदशहर में गोकशी की अफ़वाह के बाद फैली हिंसा और एक पुलिसकर्मी की मौत के मामले में पुलिस ने बजरंग दल के नेता योगेश राज समेत पाँच लोगों को ग़िरफ़्तार किया है और दो एफ़आईआर दर्ज़ की हैं। पहली एफ़आईआर 27 लोगों के ख़िलाफ़ है जिनमें बजरंग दल, भाजयुमो और विहिप से जुड़े कई लोगों के नाम हैं। दूसरी एफ़आईआर 7 स्थानीय गो-तस्करों के ख़िलाफ़ है।

स्याना कोतवाली में सब-इंस्पेक्टर सुभाष सिंह ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या और हिंसा के मामले में एफ़आईआर दर्ज़ कराई है। इसमें बजरंग दल, भाजपा युवा मोर्चा और विहिप के कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के नाम आए हैं। 
name of bajrang dal bjym vhp comes in bulandshahar violence - Satya Hindi
बजरंग दल नेता योगेश राज जिनके ख़िलाफ़ पहले ही 6 आपराधिक मुक़दमे दर्ज़ हैं।
इसमें बजरंग दल के ज़िला संयोजक योगेश राज (साथ का चित्र), भाजपा युवा मोर्चा स्याना के नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव सहित 27 लोगों के ख़िलाफ़ नामजद रिपोर्ट दर्ज़ कराई गई है। 50-60 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर दर्ज़ है। बता दें कि योगेश राज के ख़िलाफ़ पहले से ही 6 आपराधिक मुकदमे दर्ज़ हैं।सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 124-ए, 332, 333, 353, 341, 336, 307, 302, 427, 436 व 395 और आपराधिक क़ानून की धारा 7, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण की धारा 3 व 4 के एफ़आईआर दर्ज़ की गई है। रिपोर्ट रात में 2 बजकर 54 मिनट पर दर्ज़ की गई है। 

पुलिस के अनुसार, एफ़आईआर में अन्य जिन लोगों के नाम हैं उनकी विस्तृत पहचान की जा रही है। एफ़आईआर में योगेश राज, शिखर अग्रवाल और उपेंद्र राघव के अलावा विशाल त्यागी, सतेंद्र राजपूत, चमन पुत्र देवेंद्र, देवेंद्र पुत्र रामबल, रवि सैनी, आशीष चौहान, पूर्व प्रधान राजकुमार, जीतू उर्फ़ फौजी पुत्र राजपाल सिंह, सचिन पुत्र इलावत, रमेश जोगी, विनीत सौरभ, सुमित पुत्र, छोटू, सतीश, विकाश त्यागी, पवन, विक्रान्त त्यागी, बबलू, अंकुर, रोबिन, टिन्कू, गुड्डू और हरेंद्र के नाम शामिल हैं। 

name of bajrang dal bjym vhp comes in bulandshahar violence - Satya Hindi

अराजकता की स्थिति थी

स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने एफ़आईआर में बताया है कि भीड़ के उपद्रव के कारण अराजकता जैसी स्थिति हो गई थी। उनके अनुसार भीड़ ने भारी मात्रा में असलहों, धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से पुलिस पर हमला कर दिया। उन्होंने आगे बताया है कि सुबोध कुमार सिंह को गोली मार दी, प्रभारी निरीक्षक की पिस्टल, माेबाइल अादि छीन ले गए, पुलिस वाहनों में आग लगा दी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुलिस को पीछे हटना पड़ा और पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। उपनिरीक्षक ने रिपोर्ट में लिखाया है कि उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई और क़ानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई थी।

दो पुलिसकर्मियों की हालत नाज़ुक

हिंसा में दो अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे। दोनों कर्मियों की हालत नाज़ुक बताई जाती है। बुलंदशहर में सोमवार को 'गायों के शव' मिलने की अफ़वाह से पूरे इलाके में तनाव फैल गया था। उसके बाद भड़की हिंसा और पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई है। पुलिस का कहना है कि गन्ने के खेत में कुछ जानवरों के अवशेष मिलने के बाद लोग भड़क गए और भीड़ बेकाबू हो गई थी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

राज्य से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें