Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।भारत बंद: किसानों का ज़ोरदार प्रदर्शन, सड़कों पर उतरे किसान।बिहार: 3 चरणों में चुनाव, पहला चरण 28 अक्टूबर को, 10 नवंबर को नतीजे
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख़ों की घोषणा हो गई है। 2015 में स्टार प्रचारक रहे लालू प्रसाद इस समय राँची में कैद हैं और इसकी उम्मीद कम ही है कि चुनावी राजनीति में कोई सक्रिय भूमिका निभा सकें।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्य मुक़ाबला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले गठबंधन और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले गठबंधन के बीच होगा। इस बार गठबंधन में पार्टियाँ इधर से उधर हुई हैं और नये समीकरण बने हैं।
कारोबारी सुगमता रैंकिंग में बिहार फिसड्डी साबित हुआ है। बिहार को इस रैंकिंग में 26वाँ स्थान मिला है। नीतीश कुमार क्यों स्थिति नहीं सुधार पाए? इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की खामियाँ लगातार उजागर होती रही हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
क्या केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक बिहार में होने वाले चुनाव को ध्यान में रख कर लगाई है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि प्याज की कीमत खुदरा बाज़ार में 30-35 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुँचने के बाद सरकार ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी
चिराग ने बीजेपी के सामने माँग रही है कि उनकी पार्टी बिहार में बड़े भाई की भूमिका अदा करते हुए ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़े। लेकिन क्या बीजेपी और जेडीयू बड़े भाई की भूमिका देने को तैयार होंगे?
कोरोना संकट ने बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियाँ एक बार फिर उजागर कर दी हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन।मोदी के जन्मदिन पर ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा राष्ट्रीय बेरोज़गारी दिवस।चिराग: जदयू से अधिक सीटों पर लड़े बीजेपी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश किस आधार पर वोट माँगेंगे? वह पंद्रह साल से सत्ता में हैं। वह बिहार को क्या स्वर्ग बना पाये? कैसी रही नीतीश सरकार की क़ानून-व्यवस्था?
समझा यह गया कि मांझी ने एनडीए में शामिल होने का एलान किया है लेकिन उनकी बात ध्यान से सुनने पर मालूम होता है कि उन्होंने अपने मोर्चे का गठबंधन जेडीयू से होने की बात कही है।
बिहार में चुनावी घमासान जारी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर, वर्चुअल रैली का जोर और हर मुद्दे के केंद्र में लालू प्रसाद यादव का शोर सबको साफ-साफ सुनाई दे रहा है।