देश में फिर से कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आए हैं। शनिवार को एक दिन में 1 लाख 52 हज़ार 879 पॉजिटिव केस आए। यह लगातार पाँचवीं बार है जब एक लाख से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं।
कोरोना संक्रमण से खासे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र और दिल्ली ने नाइट कर्फ्यू सहित तमाम सख्तियों को लागू किया है, बावजूद इसके इन राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर नई ऊँचाई पर हैं। गुरुवार को एक दिन में 1 लाख 31 हज़ार 968 पॉजिटिव केस आए। इससे पहले इतने ज़्यादा मामले कभी नहीं आए थे।
कोरोना के संक्रमण से कराह रही दिल्ली पर इसकी मार कम होने का नाम नहीं ले रही है। बीते 24 घंटों में संक्रमण के मामलों में जबरदस्त उछाल आया और यह आंकड़ा 7,437 तक जा पहुंचा।
कोरोना संक्रमण के मामले बुधवार को एक दिन में सवा लाख से ज़्यादा आए हैं। पिछले साल 30 जनवरी को संक्रमण शुरू होने के बाद से एक दिन में अब तक इतने संक्रमण के मामले नहीं आए थे।
कोरोना के दिन प्रतिदिन आ रहे आँकड़े बेहद ख़ौफ़नाक और डराने वाले हैं। जिन प्रदेशों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, उनमें तो लगता है किसी को कोरोना की चिंता नहीं है। न भीड़ को, न उम्मीदवारों को, न सियासी पार्टियों को और न सितारा शिखर पुरुषों को।
कोरोना संक्रमण के मामले मंगलवार को फिर से रिकॉर्ड तेज़ी से बढ़े। एक दिन में 1 लाख 15 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। यह 24 घंटे में अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अब केंद्र की टीमें महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में भेजी जाएँगी। इन टीमों में स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को कोरोना की स्थिति पर बैठक के बाद यह फ़ैसला लिया है।
देश में एक दिन में पहली बार कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख से ज़्यादा आए हैं। महाराष्ट्र में भी रविवार को पहली बार 57 हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।
देश में अब कोरोना संक्रमण के 93 हज़ार 249 मामले आए हैं। इसके साथ ही भारत अब हर रोज़ सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया में पहले स्थान पर आ गया है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहले से ज़्यादा तेज़ गति से बढ़ता दिख रहा है। कोरोना के आँकड़े ही यह दिखा रहे हैं। तो क्या पहले से ज़्यादा डरने या चिंता करने की बात भी है?