देश भर में जहाँ-तहाँ फँसे प्रवासियों को लेकर चौतरफ़ा आलोचनाएँ झेल रही केंद्र सरकार ने अब राज्यों से कहा है कि वे ज़्यादा से ज़्यादा विशेष ट्रेनों को चलाने के लिए रेलवे से समन्वय स्थापित करें।
मैं बार-बार पीएम मोदी से कुछ ऐसा ही करने और 'नेशनल गवर्नमेंट' बनाने की विनती कर रहा हूँ जैसा कि पीएम चर्चिल ने मई 1940 में नाज़ी आक्रमण के ख़तरे का सामना करते समय किया था।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिल्ली से नोएडा और गाज़ियाबाद में घुसने की अनुमति देने के कुछ ही घंटे बाद नोएडा प्रशासन ने इस पर आपत्ति कर दी। इसने साफ़ तौर पर कह दिया कि दिल्ली से लोगों को नोएडा में घुसने नहीं दिया जाएगा।
देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर एक लाख के पार हो गई है। इसके साथ ही भारत दुनिया भर में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले में 11वें स्थान पर आ गया है।
प्रवासी मजदूरों के राज्य में आने से लेकर क्वारेंटीन सेंटर्स में उनके रहने के इंतजाम को लेकर नीतीश सवालों के घेरे में हैं। चुनाव से पहले यह नीतीश के लिए ख़तरे की घंटी है।
कर्नाटक ने अपने राज्य में घुसने पर चार राज्यों- महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और केरल के लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन राज्यों के लोग 31 मई तक कर्नाटक में नहीं घुस पाएँगे।
कोरोना वायरस का संक्रमण जो पहले शहरों तक सीमित था वह अब गाँवों तक फैल गया है। अब इसमें वे ज़िले भी आ गए हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। यानी अब कोरोना का संक्रमण गाँवों तक पहुँच गया है जहाँ स्वास्थ्य सुविधाएँ नहीं के बराबर हैं।
कोरोना संकट का दंश भारत में रहने वाले ग़रीब-मजदूर झेल रहे हैं। जबकि संपन्न वर्ग के लोगों पर इसका ज़्यादा असर नहीं हुआ है और वे आराम से घरों में बैठे हैं।