क्या प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ लड़ाई में वैश्विक स्तर पर किसी टास्क फ़ोर्स का नेता चुना गया है? कम से कम सोशल मीडिया पर तो कुछ लोगों ने ऐसा ही दावा किया है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना की जाँच करने गए डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। बिहार के मधुबनी में कोरोना की जाँच करने वाले सरकारी कर्मचारियों पर पत्थर और गोली चलाई गयी। ये साबित करता है, लोग आतंक में जी रहे हैं और इस बीमारी को लेकर जागरूक नहीं हैं। देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
दिल्ली एम्स के एक डॉक्टर और उनकी 9 माह की गर्भवती पत्नी में कोरोना की पुष्टि हुई है। उनकी पत्नी भी एम्स में ही डॉक्टर हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि उनकी डेलीवरी एम्स में ही कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में अब तक 219 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 108 लोग वे हैं, जिन्हें मरकज़ निज़ामुद्दीन से बाहर निकाला गया है।
जिस महाराष्ट्र के मुंबई में दो दिन पहले कोरोना से मरने वाले लोगों के दफनाने पर विवाद हुआ था वहीं अब मुसलिम व्यक्ति की मौत कब्रिस्तान में दफनाने नहीं दिया गया तो दाह संस्कार करना पड़ा।
इंदौर में डाॅक्टरों और अन्य कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने के आरोप में गिरफ्तार किये गये चार अभियुक्तों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है।
घर से निकलना ख़तरनाक है और उससे भी ख़तरनाक है किसी से हाथ मिलाना, गले मिलना और बेवजह बाहर घूमते रहना। मरकज़ निज़ामुद्दीन मामले के बाद एक बार फिर कोरोना विस्फोट का ख़तरा खड़ा हो गया है। सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी बता रहे हैं कि कोरोना से बचना क्यों ज़रूरी है और आप इसमें क्या कर सकते हैं।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए साफ़-सफाई ही सबसे ज़्यादा ज़रूरी है, लेकिन स्वच्छता से जुड़े सैनिटरी पैड, डाइपर, टिश्यू पेपर की ही भारी किल्लत होने लगी है। कई दुकानों में इसके स्टॉक ख़त्म हो गए हैं।