नये कृषि क़ानूनों पर किसान आंदोलन में हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने उन क़ानूनों के ख़िलाफ़ विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया है। इन क़ानूनों को किसान विरोधी क़रार दिया गया है और इसको वापस लेने की माँग की है।
पश्चिम बंगाल में आम धारणा यही है कि तृणमूल ही वापस सत्ता में आएगी। पुलिस और मीडिया की भी यही राय है। जानिए वे कौनसी शक्तियाँ हैं जो तूफ़ानी हवाओं में भी ममता की नाव को पार लगाने में मदद कर रही हैं।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और सत्ता के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर उभरी भारतीय जनता पार्टी के बीच लगातार तेज़ होती राजनीतिक शतरंज की बाज़ी में राज्य काडर के आईपीएस अधिकारी मोहरा बनते जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले साल विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के सभी परिवारों को स्वास्थ्य साथी मेडिकल बीमा योजना के तहत शामिल करने का एलान किया है। चुनाव से पहले ममता का मास्टर स्ट्रोक?
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को चुनौती दी कि बीजेपी उन्हें गिरफ़्तार भी कर लेगी तो वह जेल से ही यह सुनिश्चित करेंगी कि तृणमूल की जीत हो। वह एक बड़ी सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रही थीं।
बीजेपी ने बंगाल चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी हैं। हिंसा की ख़बरें आ रही हैं। हिंदू मुसलमान के ध्रुवीकरण की भी ख़बर है। क्या होगा ममता का? आशुतोष के साथ विजय त्रिवेदी, नीरेंद्र नागर, प्रभाकर मणि तिवारी और आलोक जोशी!
बिहार विधानसभा चुनावों में जीत के अगले दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मौत के खेल’ पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ठोस संदेश देते हुए मिशन बंगाल की शुरुआत कर दी है।
पूरे देश भर में कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ने और इसकी पूरी स्थिति पर विपक्षी दलों की वर्चुअल बैठक में शामिल होने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने हामी भर दी है।
भारतीय जनता पार्टी की चुनावी मशीनरी के चाणक्य कहे जाने वाले देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कोलकाता के शहीद मैदान में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए पार्टी का विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार का बिगुल फूँक दिया है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को वह बहाना दे दिया है, जिसका फ़ायदा उठा कर वह बंगाली पहचान का मुद्दा उठाए और इस तरह अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाए।