राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पास इस वक्त दो लक्ष्य हैं- पहला साल 2024 के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘हैट-ट्रिक’ और दूसरा साल 2025 में संघ का शताब्दी वर्ष मनाना यानी ‘राष्ट्र को परम वैभव’ तक पहुंचाना।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी का ‘अंगद का पांव’ हिलने लगा है। क्या उसे प्रदेश में पार्टी के भीतर चल रहे राजनीतिक भूकंप से अपनी ज़मीन हिलने का अहसास हो गया है? क़रीब दस दिनों से यूपी बीजेपी में हंगामा क्यों मचा हुआ है?
केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के सात साल पूरे हो गए। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद वे दूसरे ग़ैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने लगातार सात साल अपनी सरकार के पूरे कर लिए हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी जब अपना 41वां स्थापना दिवस मना रही है, उस वक्त उसका सपना कोलकाता की राइटर्स बिल्डिंग में अपने मुख्यमंत्री को देखने का है।
नरेंद्र मोदी का राजनीतिक सफ़र ‘आपदा को अवसर’ में बदलने की उनकी कुशलता का सबूत है। 17 सितम्बर 1950 को गुजरात के वडनगर में जन्मे मोदी की राजनीति पर विजय त्रिवेदी का आकलन।
कांग्रेस का अंदरूनी संकट ख़त्म नहीं हो रहा है। सोनिया गाँधी को पूरा एक साल हो गया है अंतरिम अध्यक्ष बने हुए। राहुल गाँधी फिर से ज़िम्मेदारी लेने को तैयार नहीं तो क्यों नहीं नया नेता चुना जाए?
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। बाबरी ढाँचा विश्वंस पर भी जल्द ही फ़ैसला आने वाला है। विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार से ख़ास इंटरव्यू।
राजस्थान के बहाने कांग्रेस की लड़ाई सड़क से लेकर अदालत तक पहुँच गई है और लगता है कि राजनेताओं ने आचार-व्यवहार की भी सभी सीमाएँ लाँघ दी हैं। कल तक एक-दूसरे के साथ गले मिलने वाले लोग अब एक-दूसरे का गला काटने पर उतारू हो गए हैं।