loader

हाथरस: छेड़छाड़ की शिकायत करने पर युवती के पिता की हत्या

उत्तर प्रदेश का हाथरस एक बार फिर सुर्खियों में है। 2018 में छेड़छाड़ के एक मामले में जेल में गए एक शख़्स पर आरोप है कि उसने जमानत पर बाहर आने के बाद शिकायत करने वाली युवती के पिता की हत्या कर दी। 

युवती का बुरी तरह रोने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। युवती कहती है कि अभियुक्त ने उससे छेड़छाड़ की थी और उसके पिता ने उसके ख़िलाफ़ केस दर्ज कर दिया था। वह कहती है कि वह बहराइच के इकोना से यहां आया था। 

युवती ने कहा कि उनके खेत में आलू की खुदाई चल रही थी, तभी सोमवार शाम को गौरव शर्मा नाम का शख़्स वहां आया और उसने उसके पिता को गोली मार दी और उसके साथ 6-7 लोग थे। युवती रो-रोकर कहती है कि उसे इंसाफ़ चाहिए। 

ताज़ा ख़बरें

पुलिस की कहानी अलग 

हाथरस पुलिस ने कहा है कि सोमवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि अमरीश शर्मा नाम के शख़्स को गौरव शर्मा नाम के व्यक्ति ने गोली मार दी है और अस्पताल ले जाते वक़्त उनकी मौत हो गयी। 

पुलिस ने कहा है कि जुलाई, 2018 में मुख्य अभियुक्त गौरव शर्मा के ख़िलाफ़ छेड़छाड़ का मुक़दमा पंजीकृत कराया गया था और वह जेल भी गया था लेकिन एक माह बाद जमानत पर बाहर आ गया था। इसके बाद से दोनों परिवारों में मनमुटाव चल रहा था। 

पुलिस के मुताबिक़, सोमवार शाम को मुख्य अभियुक्त की पत्नी और उसकी मौसी गांव के एक मंदिर में पूजा करने गये थे, वहां अमरीश की दोनों बेटियां मौजूद थीं तभी वहां इनके बीच विवाद हो गया। इसके बाद गौरव और अमरीश भी वहां आ गए और गौरव ने अपने परिवार के कुछ लोगों को वहां बुला लिया और अमरीश पर गोली चला दी। परिजनों की लिखित तहरीर के आधार पर चार नामजद लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है। 

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

युवती संग हुआ था गैंगरेप 

हाथरस में बीते साल दलित परिवार की युवती के साथ गैंगरेप हुआ था। इस मामले में योगी सरकार पर सच को छुपाने के आरोप लगे थे। उसके अफ़सरों ने कहा था कि पीड़िता के साथ बलात्कार नहीं हुआ जबकि पीड़िता के कई वीडियो थे, जिसमें उसने बलात्कार की बात कबूली थी। पुलिस-प्रशासन ने रात में ही पीड़िता के शव को जला दिया था, इसे लेकर सवाल भी उठे थे। लेकिन सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में माना था कि हाथरस में पीड़िता के साथ गैंगरेप हुआ था और उसकी हत्या की गई थी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें