समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री आज़म ख़ान को जालसाजी के एक मामले में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। रामपुर की स्थानीय अदालत ने बुधवार को आज़म ख़ान के अलावा उनकी पत्नी तंज़ीन फ़ातिमा और बेटे अब्दुल्ला आज़म को 2 मार्च तक के लिए हिरासत में भेज दिया है।
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अब्दुल्ला पर आरोप है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरते समय ग़लत जन्म तिथि बताई थी और उसे जुड़े नकली काग़ज़ पेश किए थे। इन तीनों लोगों के ख़िलाफ़ जनवरी में जालसाजी का मुक़दमा दायर किया गया था।
निशाने पर आज़म
उत्तर प्रदेश में 2017 में बीजेपी के नेतृत्व वाली योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद से आज़म ख़ान और उनके परिवार पर कई मुक़दमे दर्ज किए गए थे। बताया जा रहा है कि आज़म ख़ान पर इस समय 80 से ज्यादा मुकदमे चल रहे हैं।अदालत ने कई मामलों में उनको हाजिर होने का आदेश दिया था। अदालत की ओर से पेश होने के कई बार आदेश होने के बाद भी आज़म ख़ान ग़ैर हाज़िर होते रहे। उन्होंने उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।
रामपुर की विशेष अदालत ने आज़म ख़ान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला को दो मार्च यानी 7 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अदालत ने मंगलवार को एक मामले में उनके घर की कुर्की के आदेश भी दिए थे।
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