loader
इंदौर में डॉक्टर्स पर हमले की तसवीर।

कोरोना: इंदौर के बाद मुरादाबाद में डॉक्टर्स पर हमला; रासुका के तहत होगी कार्रवाई

मुरादाबाद में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ़ की टीम पर बुधवार को स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। डॉक्टर्स की टीम वहां एक मरीज को हॉस्पिटल ले जाने के लिये आई थी। डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए मौजूद पुलिसकर्मियों पर भी लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना में कई लोग घायल हो गये हैं। कुछ दिन पहले इंदौर के टाटपट्टी-बाखल इलाक़े में भी कोरोना संक्रमितों का इलाज करने गई डॉक्टर्स की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया था। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना में शामिल 10 अभियुक्तों के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसी किसी घटना में अगर सार्वजनिक संपत्ति का नुक़सान होता है तो घटना में शामिल लोगों से ही नुक़सान की भरपाई की जायेगी। 

ताज़ा ख़बरें

घटना शहर के मध्य इलाक़े में स्थित नवाब पुरा कॉलोनी में हुई। घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि अभियुक्तों ने पुलिस की जीप पर पत्थरों और रॉड से हमला कर दिया। मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अमित पाठक ने बताया कि इस इलाक़े में कोरोना संक्रमित एक शख़्स की मौत के बाद डॉक्टर्स उसके संपर्क में आये लोगों को क्वरेंटीन करने के लिये ले जाने की कोशिश कर रहे थे। 

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

पाठक ने कहा, ‘क्वरेंटीन किये जाने वाले शख़्स को जब एंबुलेंस में बैठाया जा रहा था तो लोगों की भीड़ वहां आ गयी और उन्होंने हम पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिये। पुलिस की जीप और एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हम लोग अभियुक्तों की पहचान कर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे।’ 

मुरादाबाद में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 19 हो गयी है और ऐसे समय में जब डॉक्टर्स की टीम वहां पहुंची तो उस पर हमला करना बेहद घटिया हरक़त है। क्योंकि डॉक्टर्स और पुलिसकर्मी अपनी जान को जोख़िम में डालकर लोगों को इस वायरस के संक्रमण से बचाने में जुटे हैं। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें