हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच इस पर सहमति बनी थी कि लखीमपुर खीरी कांड की जाँच एक रिटायर्ड जज की अगुआई में की जाएगी, पर लोग इससे संतुष्ट नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के दो वकीलों ने मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना को चिट्ठी लिख कर माँग की है कि इस मामले की जाँच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए।
वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश को दी गई याचिका में गुहार लगाई है कि वे राज्य सरकार को यह आदेश दें कि इस मामले में एफ़आईआर दर्ज किया जाए और इससे जुड़े मंत्रियों को सज़ा मिले।
मुख्य न्यायाधीश को ख़त
वकील शिव कुमार त्रिपाठी और सी. एस. पांडा ने जस्टिस रमना को पत्र लिखा है। इस चिट्ठी में कहा गया है कि मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया है कि किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, प्रदर्शन पर ऐसी कार्रवाई करना मानवाधिकारों का हनन है और यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर हमला है।
मुख्य न्यायाधीश को लिखे इस खत में कहा गया है कि अभियुक्त मंत्री पुत्र को सजा मिलनी चाहिए। यह भी कहा गया है कि इस मामले में दोषी अधिकारियों और घटना में शामिल मंत्री और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ़ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
क्या कहना है मंत्री का?
बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने लखीमपुर के तिकुनिया में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ा कर लोगों को रौंद दिया है। इसमें चार किसान समेत आठ लोग मारे गए हैं।
मंत्री ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि वे या उनका बेटा उस समय मौके पर मौजूद नहीं थे।
उन्होंने कहा था कि "उनका ड्राइवर गाड़ी चला रहा था। जैसे ही वाहन पर पथराव किया गया, वह पलट गया और दो किसान उसकी चपेट में आ गए।”
उन्होंने कहा, “मेरी पार्टी के कार्यकर्ता डिप्टी सीएम की अगवानी करने जा रहे थे कि किसानों में शामिल कुछ हमलावरों ने उन पर लाठियों और तलवारों से हमला कर दिया। हमले में पार्टी के तीन कार्यकर्ता और एक कार चालक की मौत हो गई। उन्होंने गाड़ी को नष्ट कर दिया और उसमें आग लगा दी।”
टेनी ने आज फिर कहा है कि 'हमारे पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि न तो मैं और न ही मेरा बेटा मौक़े पर मौजूद थे।'
वायरल वीडियो
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि एक गाड़ी किसानों को रौंदती हुई निकल जाती है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों का एक समूह खेतों के बीच एक सड़क पर आगे बढ़ रहा है। फिर पीछे से तेज गति से आ रही एक स्लेटी रंग की एसयूवी से उनको कुचल दिया जाता है।
गाड़ी की तेज गति होने से एक व्यक्ति उछलकर बोनट के ऊपर गिरता है। सड़क के किनारे कई लोग बिखरे पड़े नज़र आते हैं। उस एसयूवी के पीछे-पीछे दो और गाड़ियाँ निकलती हैं।
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