लखीमपुर मामले में प्रियंका गांधी ने अब सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा है कि उनकी सरकार ने बिना किसी आदेश के कांग्रेस नेता को 28 घंटे से हिरासत में रखा है, लेकिन 'किसानों को कुचलने वाला व्यक्ति' गिरफ़्तार नहीं हुआ है। प्रियंका बार-बार इस पर जोर दे रही हैं कि बिना किसी वैध कारण के उन्हें हिरासत में रखा गया है और उन्हें इसके लिए कोई कागज नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा है, 'जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है- सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी! सत्याग्रह रुकेगा नहीं।'
ट्विटर पर प्रधानमंत्री को टैग करते हुए प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है और एक वीडियो भी साझा किया है। उस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक गाड़ी किसानों को कुचलते हुए आगे निकल जाती है।
.@narendramodi जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों? pic.twitter.com/0IF3iv0Ypi
वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों का एक समूह खेतों के बीच एक सड़क पर आगे बढ़ रहा है। फिर पीछे से तेज गति से आ रही एक ग्रे एसयूवी से उनको कुचल दिया जाता है। गाड़ी की तेज गति होने से एक व्यक्ति तो उछलकर बोनट के ऊपर गिरता है। सड़क के किनारे कई लोग बिखरे पड़े नज़र आते हैं। उस ग्रे एसयूवी के पीछे-पीछे दो और गाड़ियाँ निकलती हैं।
कथित तौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे की गाड़ी से कुचलकर मारे गए 4 किसानों के परिवारों से मिलने प्रियंका गांधी लखीमपुर जा रही थीं तब पुलिस ने उन्हें सोमवार तड़के हरगांव थाना क्षेत्र में हिरासत में ले लिया था। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उन्हें सोमवार सुबह क़रीब चार बजे रोका गया, जब वह लखनऊ से क़रीब 130 किलोमीटर दूर लखीमपुर खीरी के बाहरी इलाक़े में थीं। हिरासत में लेकर उन्हें सीतापुर के सरकारी गेस्ट हाउस में ले जाया गया।
WATCH: The COWARD BJP Govt is using drone cameras to spy on @priyankagandhi ji, from outside the window of the room where she has been illegally detained.#मोदी_लखीमपुर_जाओ#मोदी_अजयमिश्र_का_इस्तीफा_लो pic.twitter.com/NdMFSL4qX7
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) October 5, 2021
यूपी कांग्रेस ने सोमवार को कई ऐसे वीडियो ट्विटर पर साझा किए जिनमें पुलिस प्रियंका गांधी को रोकती हुई नज़र आ रही है। तब कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि प्रियंका गांधी से बदतमीजी की गई। एक ट्वीट में कांग्रेस ने कहा था, 'श्रीमती प्रियंका गांधी जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे...।'
एक दिन पहले ही प्रियंका को एक वीडियो में कहते सुना गया, 'पुलिस ने पहले बताया कि वे धारा 144 (बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की मनाही) का उल्लंघन कर रहे हैं। जब हमने उन्हें बताया कि हम चार लोग भी नहीं हैं तो फिर उन्होंने धारा 151 बताया। पुलिसकर्मियों और महिलाओं ने मुझे धक्का दिया। मेरे साथ मारपीट की गई। मैं इस तरह से दंगा कैसे करने जा रही हूँ?'
प्रियंका ने अब आरोप लगाया है कि उन्हें अबतक यानी हिरासत में लिए जाने के 24 घंटे बाद भी इसका कोई वाजिब कारण नहीं बताया गया है।
प्रियंका गांधी ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि उनको मौखिक तौर पर कहकर गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। ये आज़ादी किसने दी? ये किसान हैं जिन्होंने दी। यहाँ उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ ऐसी त्रासदी होती है।'
बता दें कि इस बीच यूपी सरकार ने रविवार को घोषणा की है कि लखीमपुर खीरी में कार से कुचलकर मारे गए किसानों के मामले में इसने किसानों की मांग मान ली है। किसान एफ़आईआर दर्ज कराएँगे। न्यायिक जाँच होगी। और किसानों को सरकारी नौकरी मिलेगी और मुआवजा दिया जाएगा। इसकी घोषणा पुलिस प्रमुख ने की है।
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