नामाँकन दाख़िल करने से पहले राहुल गाँधी ने रोड शो किया। रोड शो में प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा के दोनों बच्चे भी शामिल थे। मुंशीगंज से शुरू हुए रोड शो में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे। भारी गर्मी में भी कार्यकर्ताओं का लंबा जुलूस गाँधी के काफ़िले के साथ चलता रहा।
बता दें कि अमेठी कांग्रेस की परम्परागत सीट मानी जाती है। यहाँ से पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल के पिता स्वर्गीय राजीव गाँधी भी सांसद रहे हैं। राहुल गाँधी भी अमेठी से लगातार 3 बार सांसद चुने गए हैं। 2004 में उन्होंने पहली बार यहां से जीत हासिल की थी। फिर 2009 में और 2014 में भी अमेठी ने उन्हें ही चुना। राहुल गाँधी का मुक़ाबला बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है।
बता दें कि राहुल गाँधी इस बार केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं। वायनाड में वह नामाँकन कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर बीजेपी के छोटे-बड़े प्रवक्ता तक राहुल गाँधी के वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को अल्पसंख्यक तुष्टीकरण बताने में जुटे हैं। वहीं, कांग्रेस राहुल के इस फ़ैसले को दक्षिण भारत और उत्तर भारत के बीच एक सेतु का काम करने वाला फ़ैसला बता रही है। लेकिन अहम सवाल यह है कि अगर राहुल गाँधी दोनों सीटों से जीत जाते हैं तो अगली लोकसभा में वह किस सीट का प्रतिनिधित्व करेंगे और किस सीट से इस्तीफ़ा देंगे? सूत्रों के मुताबिक़, राहुल के दोनों सीटों से चुनाव जीतने की स्थिति में अमेठी सीट से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी को उप-चुनाव लड़वाया जा सकता है।
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