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योगी सरकार ने राहुल को भी नहीं दी लखीमपुर जाने की अनुमति

राहुल गांधी को बुधवार को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति नहीं दी गई। कांग्रेस पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के लखीमपुर दौरे की यूपी सरकार से अनुमति मांगी थी। इस प्रस्तावित प्रतिनिधिमंडल में शामिल राहुल उन परिवारों से मिलना चाहते हैं जो किसान कार से रौंदे जाने के कारण मारे गए हैं। यूपी सरकार ने पहले ही कई नेताओं को वहाँ जाने से रोक रखा है। उनमें उनकी बहन प्रियंका गांधी भी शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कांग्रेस ने कहा था कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने ज़िले का दौरा करने की योजना बनाई है। 

कांग्रेस ने ख़त में कहा है कि बिना किसी कारण बताए प्रियंका गांधी वाड्रा को तो हिरासत में लिया गया है जबकि उत्तर प्रदेश और बंगाल के भी दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं को वहाँ जाने की अनुमति दी गई है। 

इस ख़त के लिखे जाने के थोड़ी देर बाद ही ख़बर आई कि सरकार इस पर राज़ी नहीं है। समाचार एजेंसी 'एएनआई' ने बताया कि राज्य सरकार ने बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के आदेशों का हवाला देते हुए यात्रा की अनुमति से इनकार कर दिया।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को मंगलवार शाम को औपचारिक तौर पर गिरफ़्तार किए जाने की ख़बर आई। इस पर प्रियंका ने कहा है कि उनकी गिरफ़्तारी पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी है। प्रियंका ने मंगलवार को एक पत्र जारी कर कहा कि डीसीपी पीयूष कुमार सिंह ने मौखिक रूप से उन्हें बताया कि 4 अक्टूबर को सुबह 4.30 बजे उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया है। प्रियंका किसानों की मौत के बाद लखीमपुर खीरी जा रही थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था।  

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उन्होंने मंगलवार को आरोप लगाया कि उन्हें सीतापुर में एक पुलिस परिसर में अवैध रूप से रखा जा रहा था और 38 घंटे की हिरासत के बाद भी उन्हें कोई नोटिस या प्राथमिकी नहीं दी गई और उन्हें उनके वकील से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। एक बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें मजिस्ट्रेट या किसी अन्य न्यायिक अधिकारी के सामने पेश नहीं किया गया है।

प्रियंका को सोमवार सुबह से हिरासत में रखा गया है क्योंकि वह लखीमपुर में पीड़ित किसानों के परिवारों से मिलना चाहती थीं। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के बीच लखीमपुर खीरी में किसानों का विरोध प्रदर्शन हुआ। ख़बर है कि जब प्रदर्शन के बाद जब वे लौट रहे थे तब एक कार ने उन्हें पीछे से कुचल दिया। इसमें चार किसान मारे गए। बाक़ी के चार लोग हिंसा में मारे गए। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने उन्हें कार से कुचला। 

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इसका एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिखता है कि किसान सड़क से आगे की ओर बढ़ रहे हैं और पीछे से गाड़ी आती है और किसानों को रौंदते हुए निकल जाती है। वीडियो में दिखता है कि एक किसान गाड़ी के बोनट पर गिरता है और फिर दर्जन भर किसान सड़क के दोनों किनारे गिरे पड़े हुए दिखते हैं। वह गाड़ी बिना रुके आगे निकल जाती है और उसके पीछे दो और गाड़ियाँ निकलती हैं। 
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क़मर वहीद नक़वी

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