loader
फ़ाइल फ़ोटो।

लखीमपुर: पुलिस ने जारी की छह तसवीरें, लोगों से कहा- जानकारी दें

लखीमपुर खीरी की घटना की जांच कर रही एसआईटी ने छह तसवीरें जारी की हैं। एसआईटी ने लोगों से अपील की है कि वे इन तसवीरों में मौजूद लोगों की पहचान कर पुलिस को बताएं। 

एसआईटी ने चार फ़ोन नंबर भी जारी किए हैं। एसआईटी ने कहा है कि तसवीरों में शामिल लोगों के बारे में अगर किसी के पास कोई जानकारी है तो वे पुलिस को इन नंबरों पर बताएं। 

एसआईटी ने इससे पहले भी लोगों से कहा था कि वे लखीमपुर खीरी की घटना से जुड़े वीडियो और फ़ोटो पुलिस को उपलब्ध कराएं। इसके बाद पुलिस को बड़ी संख्या में वीडियो मिले थे। 

ताज़ा ख़बरें

लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों को गाड़ियों से रौंद दिया गया था। घटना में कुल 8 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 4 किसान भी हैं। 

एसआईटी ने कहा है कि तसवीरों में दिख रहे लोगों के बारे में बताने वालों की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाएगी और साथ ही उन्हें इनाम भी दिया जाएगा। 

एसआईटी ने इस मामले में मंगलवार को सात और लोगों के बयान दर्ज किए हैं जबकि बीते शनिवार को 37 लोगों को नोटिस जारी कर उनसे कहा गया था कि वे पुलिस के सामने आकर अपने बयान दर्ज कराएं। पिछले दो दिन में 15 लोग अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। 

एसआईटी इस मामले में 36 से ज़्यादा किसानों को पूछताछ के लिए हाजिर होने का नोटिस भी जारी कर चुकी है। घटना को लेकर तिकुनिया पुलिस स्टेशन में दो एफ़आईआर भी दर्ज हुई थीं। 

अब तक 10 लोग गिरफ़्तार

उधर, इस मामले में पुलिस ने सोमवार को 4 और लोगों को गिरफ़्तार किया था। गिरफ़्तार किए गए लोगों के नाम सुमित जायसवाल, शिशुपाल, नंदन सिंह बिष्ट और सत्य प्रकाश त्रिपाठी हैं। इनमें सुमित जायसवाल बीजेपी का नेता है। वह किसानों को रौंदने वाली गाड़ियों में से एक गाड़ी में मौजूद था और घटना के बाद बचकर भाग निकला था। घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें वह साफ दिखाई दिया था।

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

इस मामले में अब तक कुल 10 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है।

लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों के साथ ही बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा, श्याम सुंदर निषाद और हरि ओम मिश्रा की भी भीड़ ने जान ले ली थी। किसानों पर गाड़ी चढ़ाए जाने के बाद ग़ुस्साए लोगों ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे के काफिले में शामिल दो गाड़ियों को आग लगा दी थी। 

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का लगातार कहना है कि घटना के दौरान आशीष मिश्रा थार गाड़ी में मौजूद नहीं था। आशीष मिश्रा ने भी यही बात कही है। लेकिन क्राइम ब्रांच और एसआईटी इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या वास्तव में उस दौरान आशीष मिश्रा गाड़ी में मौजूद नहीं था। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें