loader

चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से मुकरी छात्रा

अपने ही लॉ कॉलेज की छात्रा द्वारा लगाए गए बलात्कार के आरोपों से घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के मामले में नया मोड़ आ गया है। लॉ कॉलेज की छात्रा ने अपने आरोप वापस ले लिए हैं। इस मामले की सुनवाई लखनऊ की एक विशेष अदालत में हो रही थी। 

शाहजहांपुर के स्वामी सुखदेवानंद पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में लॉ की पढ़ाई कर रही 24 साल की इस छात्रा ने पिछले साल ख़ुद ही सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद ने एक साल तक उसका बलात्कार व यौन उत्पीड़न किया था। स्वामी चिन्मयानंद इस कॉलेज की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हैं। ऐसे में अब छात्रा क्यों अपने बयान से पलट गई, यह गहरे सवाल खड़े करता है। 

ताज़ा ख़बरें

पीड़िता और उसके परिवार की ओर से आरोप लगाया गया था कि चिन्मयानंद के सियासी रसूख के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी और इसमें जानबूझ कर देरी की जा रही थी। पीड़िता ने आत्मदाह की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दख़ल दिया था। 

इस मामले की जाँच के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी एसआईटी बनी थी और बाद में चिन्मयानंद को गिरफ़्तार किया गया था व पूछताछ की गई थी। एसआईटी ने बलात्कार का आरोप लगाने वाली छात्रा और उसके साथियों को भी गिरफ़्तार किया था। उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की फिरौती माँगी थी। 

मंगलवार को छात्रा का बयान एडिशनल जिला जज के सामने दर्ज कराया गया। सरकार के वकील अभय त्रिपाठी के मुताबिक़, छात्रा ने अदालत को बताया है कि उसने बदमाशों द्वारा दबाव बनाए जाने के कारण पूर्व केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न व बलात्कार के आरोप लगाए थे। 
उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

अभियोजन पक्ष के वकील ने कहा कि छात्रा के अपने पुराने बयानों से मुकरने के बाद फिर से पूछे जाने पर यही बात दोहराई कि उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ यह बयान दबाव में दिया था और जब उसने पुलिस में इस मामले की शिकायत की थी तब भी वह दबाव में थी। हालांकि छात्रा ने दबाव डालने वाले लोग कौन थे, इस बारे में कुछ नहीं कहा। 

इसके बाद अभियोजन पक्ष ने झूठे साक्ष्य पेश करने और झूठे बयान देने के लिए छात्रा के ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाने को लेकर अदालत में अर्जी दी है। इस मामले में अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को होगी। 

छात्रा ने कहा था कि उसके पास चिन्मयानंद के कम से कम 35 वीडियो हैं। उसने कहा था कि उसे उम्मीद है कि इन वीडियो के आधार पर उसे इंसाफ़ ज़रूर मिलेगा। छात्रा ने कहा था कि उसे कॉलेज कैंपस में बने चिन्मयानंद के आवास पर मसाज के लिए बुलाया जाता था और इस दौरान वह ऐसा चश्मा पहनती थी जिसमें ख़ुफ़िया कैमरा लगा होता था, इसकी मदद से ही उसने ये वीडियो बनाए थे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें