loader

शायर मुनव्वर राना के घर देर रात पुलिस की तलाशी क्यों?

मशहूर शायर मुनव्वर राना के लखनऊ के उनके घर में अचानक देर रात यूपी पुलिस ने तलाशी ली है। मुनव्वर राना के परिवार के लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस अचानक घर में घुस आई और उसने बिना किसी वारंट दिखाए यह तलाशी ली। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने उन्हें कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। हालाँकि इस मामले में पुलिस की ओर से अब तक न तो पुष्टि की गई है और न ही इसका खंडन किया गया है। पुलिस की इस कथित कार्रवाई के बारे में कुछ साफ़ तो नहीं है कि यह क्यों की गई, लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही मुनव्वर राना के बेटे पर फ़ायरिंग किए जाने को लेकर कार्रवाई की गई है। 

बहरहाल, मुनव्वर राना की बेटी और कांग्रेस नेता फौजिया राना ने रात में तलाशी लिए जाने को लेकर पुलिस पर 'गुंडागर्दी' करने और महिलाओं के साथ 'अभद्रता' करने का भी आरोप लगाया है। 

ताज़ा ख़बरें

राना फौजिया के फ़ेसबुक खाते पर साझा किए गए कुछ वीडियो में दिखता है कि कुछ पुलिसकर्मी एक घर में घुसे हैं। वीडियो बनाने वाली महिला सवाल पूछती है कि पुलिस उनके घर में क्यों घुसी है और किसकी इजाज़त से घुसी है? लेकिन इस पर पुलिसकर्मियों की तरफ़ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आती है। वीडियो बनाने वाले कहते हैं कि क्या इस तलाशी के लिए उनके पास कोई सर्च वारंट है? वह सर्च वारंट को दिखाने के लिए कहती हैं, लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी की तरफ़ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है। 

ऐसे ही शेयर कर गए दूसरे वीडियो में कई महिलाएँ दिखती हैं, कई पुलिसकर्मी और उनमें एक महिला पुलिसकर्मी भी। एक महिला कहती है कि रात में तलाशी लेने आई पुलिस में सिर्फ़ एक महिला पुलिसकर्मी ही क्यों है? ये वीडियो रात में क़रीब तीन बजे साझा किए गए हैं। 

उन वीडियो में से एक वीडियो फौजी राना के ट्विटर हैंडल पर भी सुबह पौने छह बजे अपलोड किया गया है जिसमें पुलिसकर्मियों से बेरोकटोक घर में घुसे जाने पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

इस मामले में 'अमर उजाला' की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूपी पुलिस शायर मुनव्वर राना के बेटे तबरेज़ को गिरफ्तार करने के लिए हुसैनगंज के लालकुआं स्थित एफआई टावर ढींगरा अपार्टमेंट में उनके फ्लैट पर पहुँची थी। इस दौरान पुलिस ने छापेमारी की। उसकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लखनऊ और रायबरेली पुलिस ने यह कार्रवाई गुरुवार रात क़रीब 2 बजे की।

तबरेज के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने घर में जमकर तांडव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं से अभद्रता भी की। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार आरोप लगाए गए हैं कि फौजिया राना की बेटी के मोबाइल को पुलिस ने जब्त कर लिया। 

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

एक रिपोर्ट में जिस मुनव्वर राना के बेटे तबरेज मामले में यह कार्रवाई किए जाने की बात की गई है वह मामला 28 जून को हुए हमले से जुड़ा है। तबरेज राना पर दिन-दहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी। फ़ायर किए गए दोनों राउंड की गोलियाँ उनकी गाड़ी में लगी थी। हमलावर वहाँ से भागने में कामयाब रहे थे।

'अमर उजाला' की रिपोर्ट के अनुसार, रायबरेली सदर कोतवाल का दावा है कि 28 जून को हुए तबरेज राना पर जानलेवा हमले का मामला फर्जी था और तबरेज ने ख़ुद अपने प्रतिद्वंदियों को फंसाने के लिए अपने गोली चलवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार रायबरेली पुलिस ने तबरेज की तरफ़ से दर्ज कराए गए मुकदमे में उल्टा तबरेज राणा को ही मुलजिम बना दिया है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें