बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने अब तृणमूल कांग्रेस नेता मुकुल राय के पब्लिक एकाउंट्स कमिटी यानी पीएसी के चेयरमैन नियुक्त किए जाने के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। अधिकारी ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाक़ात कर इस मामले में दखल देने को कहा है और आरोप लगाया है कि मुकुल राय की नियुक्ति नियमों के ख़िलाफ़ है। उन्होंने तर्क दिया है कि विपक्षी दल के विधायक को पीएसी चेयरमैन नियुक्त किया जाता है, लेकिन तृणमूल ने इस नियम का ग़लत इस्तेमाल किया है।
मुकुल राय हाल ही में बीजेपी से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। उन्होंने चुनाव बीजेपी के टिकट पर ही लड़ा था और जीता भी था। लेकिन चुनाव बाद तृणमूल में शामिल होने के बाद भी मुकुल राय ने विधायक पद से इस्तीफ़ा नहीं दिया है। यही तर्क अब टीएमसी के नेता दे रहे हैं।
चुनाव से पहले ही मुकुल राय के अलावा शुभेंदु अधिकारी भी तृणमूल से बीजेपी में शामिल हुए थे। लेकिन चुनाव परिणाम ममता बनर्जी के पक्ष में आने के बाद पिछले महीने ही मुकुल राय तृणमूल में शामिल हो गए।
रिपोर्टें आईं कि मुकुल राय को बंगाल बीजेपी में दरकिनार किया जा रहा था। वह प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में थे लेकिन उनकी जगह दिलीप घोष को बीजेपी ने अध्यक्ष बना दिया था। विधानसभा चुनाव के बाद जब बीजेपी ने शुभेंदु अधिकारी को विपक्ष का नेता बनाया तो राय की नाराज़गी बढ़ गई थी। हालाँकि, शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में ही रहे। ममता बनर्जी की सरकार के ख़िलाफ़ बीजेपी की तरफ़ से शुभेंदु अधिकारी ने मोर्चा खोल रखा है।
वह मंगलवार को जब पीएसी चेयरमैन पद पर नियुक्ति को लेकर आपत्ति करने गए तो इसको लेकर राज्यपाल ने ट्वीट कर जानकारी दी।
A Delegation of opposition MLAs led by the Leader of Opposition #WBLA Shri @SuvenduWB called on WB Governor Shri Jagdeep Dhankhar at Raj Bhawan Kolkata today at 4 PM.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) July 13, 2021
Leader of Opposition submitted a representation as regards irregularities relatable to PAC Chairman #WBLA. pic.twitter.com/rY7jZeEYK0
उन्होंने ट्वीट किया, 'पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में विपक्षी विधायकों का प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री जगदीप धनखड़ से आज शाम 4 बजे राजभवन कोलकाता में मुलाक़ात की। पश्चिम बंगाल विधानसभा में पीएसी अध्यक्ष से संबंधित अनियमितताओं के संबंध में विपक्ष के नेता ने एक आवेदन प्रस्तुत किया।'
हालाँकि मुकुल राय की नियुक्ति के बाद से ही बीजेपी इसका विरोध कर रही है, लेकिन तृणमूल नेता बीजेपी के आरोपों को ग़लत ठहरा रहे हैं। तृणमूल नेताओं का तर्क है कि मुकुल राय अभी भी विधानसभा में बीजेपी के विधायक के तौर पर प्रतिनिधित्व करते हैं और इस तरह वह नियुक्ति के हकदार हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि मुकुल राय अभी भी विधानसभा में बीजेपी सदस्य हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा है, 'विपक्षी खेमे के एक वरिष्ठ नेता, जिसे संसद में अनुभव हो, को पीएसी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करना एक लंबे समय से स्थापित परंपरा रही है। स्पीकर ने बस उस मानदंड का पालन किया है।'
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