पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान हिंसा हुई है। कूचबिहार के शीतलकुची में टीएमसी-बीजेपी के कार्यकर्ता भिड़ गए और इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई है। चुनाव आयोग ने इस मामले में जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा है। पश्चिम बंगाल के एडीजीपी जगमोहन ने ‘आज तक’ के साथ बातचीत में स्वीकार किया है कि सीआईएसएफ़ ने फ़ायरिंग की है। शीतलकुची विधानसभा क्षेत्र के गोकोलगंज इलाके में यह घटना हुई है।
एडीजीपी ने कहा कि एक पोलिंग बूथ पर सुबह वोट डालने आया एक लड़का बीमार हो गया था, इसके बाद सुरक्षा बलों की स्थानीय लोगों से झड़प हुई। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया और इसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से गोली चलाई गई।
हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने 126 नंबर के पोलिंग स्टेशन पर मतदान रद्द कर दिया है। विशेष पर्यवेक्षकों के द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के बाद आयोग ने यह फ़ैसला लिया है। आयोग ने इस बारे में शाम 5 बजे तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
दो बार फ़ायरिंग की: टीएमसी
टीएमसी की नेता डोला सेन ने कहा है कि केंद्रीय बलों ने दो बार फ़ायरिंग की है। उन्होंने कहा कि माथाभांगा (कूच बिहार) के ब्लॉक 1 में एक शख़्स की मौत हुई और तीन लोग घायल हो गए जबकि शीतलकुची ब्लॉक में तीन लोगों की मौत हो गई और एक शख़्स घायल हो गया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बल लोगों के साथ लगातार अन्याय कर रहे हैं और उन्होंने हदें पार कर दी हैं।
डोला सेन ने कहा है कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें बाहर करने की बात कहती हैं तो उन्हें चुनाव आयोग के द्वारा नोटिस जारी कर दिया जाता है।
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