फीस बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्रों ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर बैरिकेड को तोड़ दिया। पुलिस ने जेएनयू कैंपस के बाहर धारा 144 लागू कर दी लेकिन फिर भी छात्रों ने मार्च निकाला। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने छात्रों को सफ़दरजंग के मकबरे के आगे रोक दिया। पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में भी ले लिया। इससे पहले यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के दिन भी हजारों छात्रों ने प्रदर्शन किया था। छात्रों ने पहले ही कहा था कि वे सोमवार को जेएनयू से संसद तक पैदल मार्च निकालेंगे।
#WATCH: Jawaharlal Nehru University (JNU) students protest near Safdarjung Tomb after their march to Parliament was stopped by Police. They are demanding complete fee roll back along with other demands. pic.twitter.com/qstFa3G5SN
— ANI (@ANI) November 18, 2019
#UPDATE Delhi Metro Rail Corporation: As advised by Delhi Police, trains are not halting at Lok Kalyan Marg and entry/exit gates of the station have also been closed temporarily. #jnuprotest https://t.co/fpqLBM27Ta
— ANI (@ANI) November 18, 2019
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था कि वे शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकाल रहे थे लेकिन उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना था कि वे बीते कई दिनों से फ़ीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं लेकिन उनकी बात को नहीं सुना जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में छात्र ग़रीब परिवारों से आते हैं। ऐसे में ये छात्र कैसे अपनी पढ़ाई पूरी कर पायेंगे।
केंद्र सरकार जेएनयू के विवाद को सुलझाने की कोशिशों में जुटी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक कमेटी का गठन किया है और कमेटी के सदस्यों से कहा है कि वह छात्रों और जेएनयू प्रशासन से बात करके इस विवाद को हल करे।
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