loader

क्या कपिल सिब्बल राम रहीम से मिलने गुप्त गुफ़ा में गए थे? 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल छिप-छिप कर राम रहीम की गुप्त गुफाओं में जाते थे। इस दावे के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। यह पोस्ट फ़ेसबुक पर विनेश कपिल नाम के यूजर ने शेयर की है। विनेश ने पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, 'कपिल सिब्बल साहब राम रहीम की गुफ़ा में भी जाते थे, यकीन न हो तो देख लो।' आगे लिखा गया, 'सिब्बल हाथ तो राम रहीम से मिला रहे हैं, लेकिन नज़रें वहाँ मौजूद लड़कियों से मिला रहे हैं।'
वायरल हो रही इस पोस्ट पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ख़बर लिखे जाने तक इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर 6,000 से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं।
senior-congress-leader-kapil-sibal-used-to-in-ram-rahim-insan-secret-cave-fake-news - Satya Hindi
फ़ेसबुक पर लोगों की प्रतिक्रियाओं का स्क्रीन शॉट
इसके अलावा इस तस्वीर को ट्विटर पर बाणीब्रतो नाम के एक यूजर ने भी शेयर किया, लेकिन यहां पर अलग दावा किया गया।

वायरल तस्वीर का सच

जब हमने इस ख़बर की सत्यता को जानने के लिए इंटरनेट पर पड़ताल की तो हमें यह तस्वीर 'शेयर स्टिल्स' नाम की एक मनोरंजन साइट पर प्रकाशित ख़बर में मिली। शेयर स्टिल्स की ख़बर के मुताबिक, राम रहीम की फ़िल्म 'एमएसजी' की रिलीज़ पर बाॅलिवुड निर्देशक और आलिया भट्ट के पिता महेश भट्ट मुबारक़बाद देने पहुँचे थे। 

senior-congress-leader-kapil-sibal-used-to-in-ram-rahim-insan-secret-cave-fake-news - Satya Hindi
यानी कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल नहीं, बल्कि फ़िल्म निर्देशक महेश भट्ट हैं। इसके अलावा इस तस्वीर के साथ न्यूज़ साइट 'अमर उजाला' की मनोरंजन साइट ने भी एक ख़बर प्रकाशित की थी, जिसमें बताया था कि बाॅलीवुड के तमाम दिग्गज राम रहीम को उसकी फिल्म 'एमएसजी' को लेकर बधाई देने पहुंचे थे।
senior-congress-leader-kapil-sibal-used-to-in-ram-rahim-insan-secret-cave-fake-news - Satya Hindi

हमारी पड़ताल में वायरल हो रही तस्वीर में कपिल सिब्बल के होने का दावा करने वाली पोस्ट झूठी साबित हुई।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

असत्य से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें