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कोबरापोस्ट : पैसे लेकर झूठा प्रचार करने को तैयार 36 फ़िल्मी हस्तियाँ

खोजी वेबसाइट कोबरापोस्ट का दावा है कि उसने 'ऑपरेशन कराओके' में बॉलीवुड जगत की तीन दर्जन नामचीन हस्तियों को बेनक़ाब किया है। वेबसाइट के मुताबिक़, ये हस्तियाँ पैसों के लिए सोशल मीडिया पर राजनीतिक दलों का प्रचार करने के लिए रजामंद थीं। देश के नामी-गिरामी गायक, कॉमेडियन और अभिनेता इन हस्तियों में शामिल हैं।   

मान लीजिए, आप किसी बॉलीवुड स्टार के ज़बरदस्त फ़ैन हैं। फ़ेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम के जरिये उसे फ़ॉलो कर आप यह जानना चाहते हैं, किसी मुद्दे पर उस स्टार की क्या राय है। कोबरापोस्ट के अनुसार, 'अगर आपको यह पता चले कि आपका वह चहेता स्टार पर्दे के पीछे किसी से पैसे लेकर किसी पार्टी के अजेंडे को आगे बढ़ा रहा है, तो क्या होगा?' 

‘ऑपरेशन कराओके’ में इसका ख़ुलासा हुआ कि किस तरह मनोरंजन जगत की नामी-गिरामी सेलिब्रिटीज पैसे लेकर किसी भी राजनीतिक दल का प्रचार सोशल मीडिया पर कर सकते हैं।
कोबरापोस्ट के मुताबिक़, पैसे के लिए सोशल मीडिया पर किसी भी पार्टी का प्रचार करने के लिए तैयार इन सेलिब्रिटीज के नाम हैं - प्लेबैक सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य, कैलाश खेर, मीका सिंह, बाबा सहगल, अभिनेता जैकी श्रॉफ, शक्ति कपूर, विवेक ओबेरॉय, सोनू सूद, अमीषा पटेल, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े, पुनीत इस्सर, सुरेंद्र पाल, पंकज धीर और उनके पुत्र निकितिन धीर, टिस्का चोपड़ा, दीपशिखा नागपाल, अखिलेन्द्र मिश्रा, रोहित रॉय, राहुल भट, सलीम ज़ैदी, राखी सावंत, अमन वर्मा, हितेन तेजवानी और उनकी पत्नी गौरी प्रधान, एवलीन शर्मा, मिनिषा लाम्बा, कोयना मित्रा, पूनम पांडेय, सनी लियोनी, कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, सुनील पाल, राजपाल यादव, उपासना सिंह, कृष्णा अभिषेक, विजय ईश्वरलाल पवार यानि वीआईपी, कोरियोग्राफ़र गणेश आचार्य और डांसर-एक्ट्रेस संभावना सेठ।
  • कोबरापोस्ट का दावा है कि उसके रिपोर्टर असित दीक्षित और उमेश पाटिल ने एक छद्म पीआर एजेंसी के प्रतिनिधि बनकर इन सेलिब्रिटीज से मुलाक़ात की। इन मुलाक़ातों मे 'कोबरापोस्ट' रिपोर्टर ने इन सेलिब्रिटीज को अपना अजेंडा इस तरह बताया, ‘आपको अपने फ़ेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम अकाउंट के ज़रिये एक राजनीतिक पार्टी को प्रमोट करना है ताकि 2019 के चुनाव से पहले पार्टी के लिए माकूल माहौल तैयार हो सके। हम आपको हर महीने अलग-अलग मुद्दों पर कंटेंट यानि सामग्री देंगे, जिसे आप अपने शब्दों और शैली में लिखकर अपने फ़ेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट करेंगे। आपके और हमारे बीच आठ-नौ महीने का एक दिखावटी क़रार होगा। यही नहीं जब पार्टी किसी मुद्दे पर घिर जाए तो आपको ऐसे मौक़ों पर पार्टी का बचाव भी करना होगा।’
'कोबरापोस्ट' का दावा है कि, इन सेलिब्रिटीज ने उनकी सारी शर्तें मान ली। चाहे वह बीजेपी हो, काँग्रेस हो या आम आदमी पार्टी, इन्हें किसी भी पार्टी के लिए सोशल मीडिया पर प्रॉक्सि-प्रमोशन यानि छद्म-प्रचार करने से कोई गुरेज नहीं था, बशर्ते उन्हें मनमाफ़िक पैसा मिल जाए।
  • कोबरापोस्ट का दावा है कि इसके लिए किसी ने एक महीने में एक मैसेज के लिए दो लाख तो किसी ने ढाई करोड़ रुपये माँगे, यानी आठ महीने के कांट्रैक्ट के लिए 20 करोड़ रुपये। एक-दो कलाकारों को छोड़ सभी सेलिब्रिटीज को अपनी फ़ीस का एक बड़ा हिस्सा कैश में लेने से कोई गुरेज नहीं था। 

ब्लैक मनी लेने को भी तैयार!

कोबरापोस्ट के मुताबिक़, अगर यह कहा जाए कि इन सेलेब्निटीज को काले धन से कोई आपत्ति नहीं थी, तो ग़लत नहीं होगा। हैरत की बात यह है कि इनमें से कुछ कलाकारों ने नोटबन्दी की जमकर तारीफ़ भी की। बता दें कि नोटबंदी का उद्देश्य काले धन पर लगाम लगाना था। वेबसाइट का दावा है कि कुछ कलाकारों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कॉंग्रेस के नेता राहुल गाँधी की खिल्ली उड़ाने से भी कोई ऐतराज़ नहीं था। 

कोबरापोस्ट का दावा है कि उनकी टीम ने इस दौरान दर्जनों सेलिब्रिटीज से मुलाक़ात की। वेबसाइट के मुताबिक़, टीम कुछ दलालों के ज़रिये इन सेलिब्रिटीज तक पहुँची जिन्हें मनोरंजन उद्योग की ज़ुबान में ‘को-ऑर्डिनेटर’ कहा जाता है।

कोबरापोस्ट ने दावा किया है कि ज़्यादातर सेलिब्रिटीज ने पैसों को लेकर मोलभाव किया। कोबरापोस्ट ने यह भी दावा किया है कि इस सबके बीच चंद ऐसे लोग भी थे जिन्होंने इस अजेंडे पर काम करने से इनकार कर दिया। खोजी वेबसाइट के मुताबिक़, इनकार करने वाले कलाकार हैं - विद्या बालन, अरशद वारसी, रज़ा मुराद और सौम्या टंडन।   

कोबरापोस्ट की इस पड़ताल में मॉडल एवं बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल टीम से कहती हैं, ‘समझो आप 28 को आ रहे हो, ट्रांजेक्शन हो जाता है तो 28 की शाम को मैं कर दूंगी ताकि सितंबर के पहले हफ़्ते में जब आपका पहला आ जाए तो वो पांच दिन का गैप रहेगा...।’
ऑपरेशन कराओके में टीम की अगली मुलाकात होती है कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव से। रिपोर्टर उनसे कहता है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी पर हमला बोलना है, इस पर राजू तैयार हो जाते हैं। राजू बातचीत में कहते हैं 10 लाख रुपये एक कंपनी का मंथली रेट रखते हैं।
सोशल मीडिया पर कंटेंट किस तरह से अपने स्टाइल में डालना है इस पर कोरियोग्राफ़र गणेश आचार्य कहते हैं, ‘मुझे अगर कोई बात करनी है तो डांस के जरिये डालूँगा, इससे बात लाखों तक पहुँचती है, करोड़ों तक पहुँचती है।’
कोबरापोस्ट की टीम की अगली मुलाक़ात होती है अभिनेता विवेक ओबेरॉय से। बातचीत में ओबेराय कहते हैं, 'आप ये फ़ार्मेलिटीज पूरी कर दो...फिर आप जैसा कहेंगे हम वैसा करेंगे। फिर हम पहली सितंबर से करेंगे क्योंकि इसके बाद हम जांएगे केरला, केरला से हम जाएंगे अजरबैजान। ट्वीट तो हम कहीं से भी करेंगे लेकिन अगर ये फ़ॉर्मेलिटीज क्लोज हो जाती हैं तो हमको भी एक अंडरस्टैंडिंग भी हो जाती है।'
कोबरापोस्ट की टीम की मुलाक़ात अभिनेता शक्ति कपूर से होती है। शक्ति कपूर बातचीत में कहते हैं कि कोई कन्फ़्यूजन नहीं है, वैसे भी जब मोदी साहब इलेक्शन में खड़े हुए थे, तब मैं बीजेपी का स्टार प्रचारक था उत्तराखंड में। मैंने और मोदी जी ने एक ही मंच पर भाषण दिए थे। जब कोबरापोस्ट के रिपोर्टर ने जब कहा कि पॉलिटकल फ़ंडिंग का मामला है तो उसमें नंबर वन में बहुत मुश्किल है तो इस पर शक्ति कहते हैं कि नंबर वन में डालो ही मत।
ऑपरेशन कराओके में कोबरापोस्ट की टीम मिलती है अभिनेता सोनू सूद से। टीम का रिपोर्टर सोनू से कहता है कि हमें इस काम को सीक्रेट ढंग से करना है, इस पर सोनू कहते हैं कि हाँ यह बहुत ज़रूरी है, वरना तो मामला एक्सपोज हो जाएगा। रिपोर्टर कहता है कि आपका कुल पैसा 20 करोड़ बैठता है, इसमें आप कितना पैसा कैश में एडजस्ट कर लेंगे। सोनू थोड़ी देर सोचने के बाद कहते हैं 10-12 करोड़। 
टीम आगे मिलती है मॉडल पूनम पांडे से। पूनम टीम की बातों से सहमत दिखती हैं। रिपोर्टर जब आगे कहता है कि 80 फ़ीसदी पैसा आपको कैश में मिलेगा तो पूनम इसके लिए भी तैयार हो जाती हैं।
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क़मर वहीद नक़वी

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