loader

बीजेपी के राष्ट्रवाद को पंचर करने में जुटी कांग्रेस!

कांग्रेस से लड़ने के लिए बीजेपी हमेशा से राष्ट्रवाद को हथियार बनाती रही है। लेकिन कांग्रेस ने अब पलटवार किया है और बीजेपी को इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस ने ट्वीट कर पूर्व में हुई कई आतंकवादी घटनाओं का जिक्र करते हुए बीजेपी पर राष्ट्रवाद का ढोंग रचने का आरोप लगाया है। ट्वीट में लिखा गया है कि बीजेपी की गद्दारों से यारी है और देशहितों की बलि चढ़ाना उसकी पुरानी आदत है। 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का मुद्दा हो, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला हो या नागरिकता क़ानून और एनआरसी, बीजेपी और दक्षिणपंथी संगठन इन्हें राष्ट्रवाद के मुद्दों से जोड़ते हैं और कांग्रेस समेत बाक़ी विपक्षी दलों को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करते हैं और इन पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाते हैं। ऐसे में इन दलों की ओर से भी कोशिश की जा रही है कि वे बीजेपी को माकूल जवाब दें। 

ताज़ा ख़बरें

कांग्रेस के ट्वीट में अटैच एक ग्राफ़िक इमेज में कंधार विमान हाइजैक, अक्षरधाम हमला, करगिल हमला, संसद पर हमला, अमरनाथ हमला, पठानकोट हमले का जिक्र करते हुए बताया गया है कि यह सब आतंकवादी घटनाएं बीजेपी की सरकार में हुई हैं। कांग्रेस ने अपने हमले को जारी रखते हुए आगे उरी, पुलवामा, गुरदासपुर और उधमपुर हमले का भी जिक्र किया है। 

कांग्रेस भी पिछले कुछ समय से राष्ट्रवाद के मुद्दे पर लगातार बीजेपी पर हमलावर है और उसके राष्ट्रवाद को झूठा बता रही है। लोकसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद जब राहुल गाँधी ने इस्तीफ़ा दे दिया था और सोनिया ने पार्टी अध्यक्ष की कमान संभाली तो उसके बाद से पार्टी की स्थिति बेहतर होती दिखी है। हरियाणा में उसका प्रदर्शन बहुत बढ़िया रहा और वह सरकार बनाने की दहलीज तक पहुंच गई थी। महाराष्ट्र और झारखंड में उसे सरकार में हिस्सेदारी मिली और नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ भी वह जोरदार ढंग से लड़ती दिखाई दी है। 

पार्टी की महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान उत्तर प्रदेश में मारे गए और घायल हुए युवाओं के घरों में दस्तक दी है और निर्दोषों की लड़ाई लड़ने की हुंकार भरी है। 

देश से और ख़बरें

बीजेपी के अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी ख़ुद को राष्ट्रवाद के लिए समर्पित बताता है। कांग्रेस राष्ट्रवाद से जुड़े तमाम मुद्दों पर संघ परिवार को जवाब देने के लिए 'गाँधी दर्शन' के सहारे जवाब देने की रणनीति पर काम कर रही है। कांग्रेस की ओर से नौजवानों के बीच 'गाँधी दर्शन' का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। कांग्रेस देश के मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक हालात पर मोदी सरकार को घेरने के अलावा बीजेपी और संघ परिवार से राष्ट्रवाद के मुद्दे पर ज़मीनी स्तर पर लड़ने के लिए भी तैयार दिख रही है। 

कांग्रेस और विरोधी दल आरोप लगाते हैं कि मोदी-शाह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एजेंडे को लागू कर रही है। मोदी सरकार पर यह आरोप भी लगता है कि वह उग्र हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ रही है।
कांग्रेस का कहना है कि उसे राष्ट्रवाद के मुद्दे पर संघ परिवार या बीजेपी से सीखने की ज़रूरत नहीं है और पार्टी ने देश की आज़ादी के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है। पार्टी कहती है कि उसका राष्ट्रवाद सकारात्मक है और यह बीजेपी की तरह नफ़रत नहीं फैलाता है। लेकिन देखना होगा कि अगर वह बीजेपी को राष्ट्रवाद के साथ-साथ आर्थिक मुद्दों पर भी घेरना जारी रखती है तो क्या वह उसे कठघरे में खड़ा कर पाएगी। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें