जिन लोगों ने अपनी जान जोख़िम में डाल कर कोरोना प्रभावित इलाक़ों से लोगों को सुरक्षित निकाला, उनका ही बहिष्कार कर दिया गया है। है न ताज्जुब और शर्म की बात!
एअर इंडिया के जिन क्रू मेम्बरों ने विदेश जाकर लोगों को सुरक्षित निकाला और अपने देश ले आए, वे जब अपने घर गए तो पाया कि उनके पड़ोसियों ने ही उनसे कहा कि वे वहाँ न रहें क्योंकि उन्हें कोरोना संक्रमण हो सकता है और दूसरे लोग उनसे संक्रमित हो सकते हैं। कई मामलों में लोगों ने पुलिस को भी बुला लिया।
एअर इंडिया ने एक बयान में कहा है, 'यह चौंकाने वाला है कि रेज़ीडेंट वेलफ़ेअर एसोसिएशन और पड़ोसियों ने क्रू मेम्बरों का बहिष्कार कर दिया क्योंकि वे अपनी ड्यूटी निभाने के लिए विदेश गए थे।'
इस हवाई कंपनी ने यह भी कहा है कि 'ये लोग भूल गए हैं कि इन लोगों के पति-पत्नी, माता-पिता, अभिभावक, भाई-बहन, बच्चों और दूसरे लोगों को दूसरे देशों से सुरक्षित निकाल कर ले आए हैं।'
एअर इंडिया ने अपील की है कि सभी लोग ख़ास कर, क़ानून व्यवस्था का ख्याल रखने वाले लोग एअर इंडिया के इन क्रू मेंबरों के साथ इज्ज़त से पेश आएं। इन लोगों के सा वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जो देश के दूसरे नागरिकों के साथ किया जाता है।
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