loader
प्रतीकात्मक तसवीर।

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए अब आरोग्य सेतु एप ज़रूरी

केंद्र सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु एप को ज़रूरी कर दिया है। यानी हर कर्मचारी को अब अपने मोबाइल फ़ोन में इस एप को इंस्टॉल क़रना आवश्यक होगा। सरकार ने कहा है कि इससे कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने में मदद मिलेगी और वायरस को फैलने से रोका जा सकता है। केंद्र सरकार ने इस एप को तैयार किया है और यह आसपास में कोरोना संक्रमण की स्थिति दिखाती है। यानी यह बताता है कि आपके क्षेत्र में कोई व्यक्ति संक्रमित है या नहीं और यदि है तो कौन सी जगह है। इसमें कोरोना वायरस से सुरक्षित और ख़तरे वाली जगह का पता चलता है।

ताज़ा ख़बरें

सरकार का यह निर्देश सभी विभागों, मंत्रालयों, कैबिनेट सचिवालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा गया है। आदेश में कहा गया है कि ये मंत्रालय और विभाग सभी स्वायत्त व वैधानिक संस्थाओं और पीएसयू को भी ये निर्देश भेज सकते हैं। 

केंद्र सरकार के इस निर्देश के अनुसार अधिकारियों सहित सभी कर्मचारियों को अपने कार्यालय जाने से पहले आरोग्य सेतु एप पर कोरोना वायरस की स्थिति देखनी होगी। कर्मचारियों को तभी कार्यालय जाना होगा जब उस एप में 'सुरक्षित' या 'कम ख़तरा' दिखेगा। 'ज़्यादा ख़तरा' या 'मध्यम दर्जे का ख़तरा' दिखने पर 14 दिन के लिए इंतज़ार करना होगा जब तक कि वह 'सुरक्षित' नहीं दिखने लगे।

देश में कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से फैलने पर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने के लिए इस एप को केंद्र सरकार द्वारा तैयार किया गया था। इस एप को 2 अप्रैल को लॉन्च किया गया था। यह एप ब्लू टूथ और लोकेशन डाटा के आधार पर एप का प्रयोग करने वाले की स्थिति पर निगरानी रखती है और यह भी कि वह किन-किन व्यक्तियों के संपर्क में आया है। 

देश से और ख़बरें
इस एप के उपयोग करने वाले लोगों के 30 दिन के अंदर संपर्क में आए लोगों का डाटा सर्वर पर रखा जाता है। ऐसे में किसी कोरोना पॉजिटिव केस के आने पर या कोरोना फैलने का ख़तरा होने पर यह उस व्यक्ति के संपर्क में आए सभी लोगों को एलर्ट भेज देता है। हालाँकि इस एप से कोराना संक्रमण की स्थिति का पता लगता है लेकिन कई विशेषज्ञों ने निजी सूचना की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई है। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें