ऐसे समय जब रोज़ाना कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या साढ़े तीन लाख से ऊपर हो गई है, सरकार ने कोरोना जाँच के लिए छह नए किस्म के किट्स की इजाज़त दे दी है।
यानी अब मौजूदा आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजेन टेस्ट के अलावा दूसरे छह उपकरणों से कोरोना की जाँच की जा सकेगी। ऐसे किट्स से हुई जाँच के नतीजों को सत्यापित करने की ज़रूरत नहीं होगी।
केंद्र सरकार की एजेंसी इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रीसर्च ने कहा है कि कोरोना टेस्टिंग किट की उपलब्धता बढ़ाने और नए परीक्षण समाधान पेश करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट प्रोटोकॉल
यह अजीब संयोग और विडंबना है कि कोरोना रोकने के लिए पहली बार लॉकडाउन लगाने का एक साल पूरा हो रहा है और संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने उस समय इस पर बहुत ही जल्दी काबू पा लेने का दावा किया था।
इसके पहले केंद्र सरकार ने सभी राज्यों व केंद्र-शासित क्षेत्रों से कहा था कि कम से कम 70 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जाँच होनी चाहिए, जहाँ इससे कम हों वहाँ आरटी-पीसीआर जाँच बढ़ाई जानी चाहिए।
यह भी कहा है कि ज़िला प्रशासन को यह अधिकार होगा कि वे अपने आकलन के आधार पर कंटेनमेंट ज़ोन तय करें और उसे सही तरीके से लागू करें।
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