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कोरोना: 3 दिन में बढ़े 10 हज़ार से ज़्यादा मामले, ख़तरनाक होता संक्रमण

भारत में बीते 3 दिन में कोरोना संक्रमण के 10 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आए हैं। देश में अब तक इस वायरस से 52,952 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1,783 लोगों की मौत हुई है। 

आंकड़ों को समझने पर पता चलता है कि 40 हज़ार मामलों से 50 हज़ार तक पहुंचने में बस 3 दिन लगे। 30 हज़ार से 40 हज़ार पहुंचने में 5 दिन लगे थे। उससे पहले 20 हज़ार से 30 हज़ार पहुंचने में लगभग एक हफ़्ते का समय लगा था और संक्रमण के मामलों के 10 हज़ार तक पहुंचने में 43 दिन लगे थे। 

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इससे साफ़ समझ आता है कि कोरोना का संक्रमण कितनी तेज़ी से बढ़ा है। संक्रमण की यह रफ़्तार किस कदर तेज़ है, इसे समझने के लिए बीते कुछ दिनों के आंकड़ों पर नज़र डालते हैं। 

2 मई को कोरोना संक्रमण के 2,293 मामले सामने आए, 3 मई को 2644, 4 मई को 2553 और 5 मई को यह आंकड़ा 3900 तक पहुंच चुका था। 6 मई को 2900 से ज़्यादा मामले और 7 मई को 3561 मामले आए हैं। आंकड़े यह भी बताते हैं कि बीते 11 दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने हो चुके हैं। 

महाराष्ट्र, गुजरात में कहर 

महाराष्ट्र और गुजरात में कोरोना का संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है। महाराष्ट्र में अब तक 16,758 लोग संक्रमित हुए हैं और 651 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। गुजरात में 6,625 लोग संक्रमित हैं और 396 लोगों की मौत हुई है।

महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे और ठाणे में संक्रमण का स्तर ज़्यादा है। धारावी जैसी विशालकाय झुग्गी बस्तियों में कोरोना लगातार पांव पसार रहा है। 

कभी पूरे देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले 10 हज़ार होने पर लोग सिहर गए थे लेकिन आज अकेले मुंबई में इससे ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
मुंबई में कोरोना से अब तक 10,527 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 412 लोगों की मौत हुई है। पुणे में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 2 हज़ार से ज़्यादा हो गया है जबकि ठाणे में संक्रमितों की संख्या 1600 हो गयी है। 

कई राज्यों में हालात ख़राब

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 5,532 हो गया है जबकि तमिलनाडु में 4,829, राजस्थान में 3,317, मध्य प्रदेश में 3,138 और उत्तर प्रदेश में 2,998 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इसके अलावा पंजाब, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1000 से ज़्यादा हो चुका है।

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कैसे टूटेगा कोरोना का चक्र?

कोरोना संक्रमण की रफ़्तार को रोकने के लिए लॉकडाउन को दो बार बढ़ाया जा चुका है। लेकिन संक्रमण रुकता नहीं दिख रहा है। राज्य सरकारों को अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए काम-धंधे भी शुरू करने हैं, ऐसे में उनके और केंद्र सरकार के सामने लॉकडाउन में ढील देने के सिवा कोई रास्ता नहीं है। लेकिन संक्रमण की रफ़्तार को देखते हुए ढील देना और भी बड़ा जोख़िम है। ऐसे में किस तरह कोरोना के चक्र को तोड़ा जाए, इसी पर भारत और दुनिया भर की सरकारें और विशेषज्ञ विचार कर रहे हैं।
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क़मर वहीद नक़वी

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