जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान अब भारत पर हमला करने की तैयारी में है। अधिकारियों के मुताबिक़, इस बात के ख़ुफ़िया इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तानी कमांडो गुजरात के कच्छ इलाक़े के समुद्री रास्ते से भारत में घुस सकते हैं। पाकिस्तानी कमांडो के मंसूबे गुजरात में आतंकवादी हमला करने या सांप्रदायिक दंगे भड़काने के हैं। ख़ुफ़िया इनपुट मिलने के बाद गुजरात के सभी बंदरगाहों को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है।
अडानी बंदरगाह और एसईज़ेड की ओर से जारी बयान के मुताबिक़, कोस्ट गार्ड स्टेशन को खु़फ़िया इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान प्रशिक्षित कमांडो हरमी नाला क्षेत्र के जरिये कच्छ की खाड़ी में घुस सकते हैं और यह माना जाना रहा है कि इन कमांडोज को पानी के अंदर हमला करने का प्रशिक्षण दिया गया है।
अडानी बंदरगाह की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ख़ुफ़िया इनपुट के बाद सभी को निर्देश दिया गया है कि सुरक्षा को मजबूत कर लें और गुजरात में किसी भी अप्रिय स्थिति को न होने दें। यह भी सलाह दी गई है कि मुंद्रा बंदरगाह पर विशेष सतर्कता बरती जाये और पैनी निगाह रखी जाये।
बंदरगाहों से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्क कर दिया गया है कि किसी भी संदिग्ध स्थिति की जानकारी तुरंत दें। ख़ुफ़िया सूचना के बाद कोस्ट गार्ड, बदंरगाह प्राधिकरण, कस्टम, कोस्टल पुलिस और नेवी को पूरे तटीय इलाक़े में अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। इसी तरह की एडवाइजरी दीनदयाल बदंरगाह और कांडला बदंरगाह के अधिकारियों के लिए भी जारी की गई है।
कुछ ही दिन पहले ख़बर आई थी कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने से पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी संगठन बुरी तरह बौखला गए हैं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया (टीओआई) ने ख़बर दी थी कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सात सदस्यों के आत्मघाती दस्ते ने भारत में घुसपैठ की है और यह दस्ता भारत में किसी बड़ी आतंकवादी हमले को अंजाम दे सकता है।
यह वही जैश-ए-मुहम्मद है, जिसने भारत में इस साल पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था। इसका सरगना मसूद अज़हर है, जिसे भारत के दबाव में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। टीओआई के मुताबिक़, पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मुहम्मद को कश्मीर में हमला करने के लिए हरी झंडी दे दी है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और अनाप-शनाप बयानबाज़ी कर रहा है। पाकिस्तान इस मुद्दे पर दुनिया भर के देशों से मदद की गुहार लगा चुका है लेकिन उसे मुसलिम देशों से भी कोई मदद नहीं मिली है। इसलिए वह आतंकवादी हमलों की अपनी पुरानी रणनीति पर काम कर सकता है। बता दें कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी संगठन एक लंबे अरसे से कश्मीर में लोगों को भारत के ख़िलाफ़ भड़काने के काम में जुटे हुए हैं।
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