नोटबंदी, जीएसटी से कारोबार तबाह
Tv9 भारतवर्ष की स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम से बातचीत में बीजेपी सांसद ने कहा कि जो नेता ईमानदार होने का दावा करता है वह सबसे बड़ा बेईमान है। सांसद ने ख़ुफ़िया कैमरे के सामने जनता को गालियाँ भी दीं। बीजेपी सांसद ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से कालाधन तो ख़त्म नहीं हुआ है लेकिन देश का कारोबार जरूर तबाह हो गया है।सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि ख़ुद को दलितों का रहनुमा बताने वाले इस सांसद ने कालेधन पर प्रधानमंत्री मोदी के दावे को भी सिरे से खारिज कर दिया। उदित राज ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में उनके 5 से 7 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
बीजेपी सांसद को जब स्टिंग होने का पता चला और Tv9 भारतवर्ष के रिपोर्टर उनका पक्ष जानने पहुँचे तो सांसद बुरी तरह भड़क गए और न्यूज़ चैनल को धमकी देने लगे।
फूलपुर से सपा सांसद नागेंद्र पटेल
इसके बाद Tv9 भारतवर्ष ने फूलपुर से सपा सांसद नागेंद्र पटेल का स्टिंग ऑपरेशन दिखाया। स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम से बातचीत में सांसद ने चैनल के ख़ुफ़िया कैमरे पर बताया कि काले धन की डिलीवरी के लिए उनका पूरा सिस्टम तैयार है।नागेंद्र पटेल ने कहा कि 2018 के उपचुनाव में उन्होंने सात करोड़ रुपये ख़र्च किए थे। इसमें से 3.5 करोड़ मतदाताओं को बाँटने का दावा किया। पटेल 2018 में केशव प्रसाद मौर्या के इस्तीफे़ के बाद हुए उपचुनाव में फूलपुर सीट से चुनाव जीते थे।
सांसद पटेल ने ख़ुफ़िया कैमरे पर बताया कि वोट ख़रीदने के लिए वह कैश यानी ब्लैकमनी के अलावा शराब भी बाँटने से पीछे नहीं हटते। सांसद ने कहा कि अगर पैसा मिलना पक्का हो तो दिल्ली से हवाई जहाज़ के रास्ते में लाखों-करोड़ों रुपये उनके घर तक पहुँच सकते हैं।
बीजेपी सांसद बहादुर सिंह कोली
Tv9 भारतवर्ष के स्टिंग ऑपरेशन में अगला नंबर आया राजस्थान के भरतपुर से बीजेपी सांसद बहादुर सिंह कोली का। सांसद ने बताया कि कैसे एक चुनावी रैली के लिए पार्टी की तरफ़ से लाखों रुपये ख़र्च किए जाते हैं।
‘एक रैली पर 80 लाख रुपये खर्च’
सांसद ने ख़ुफ़िया कैमरे पर बातचीत के दौरान बताया कि अगर किसी बड़े नेता की रैली हो तो इसमें 80 लाख रुपये तक ख़र्च हो जाते हैं। उनके मुताबिक़, यह पैसा रैली में लोगों की भीड़ जुटाने में ख़र्च होता है। सांसद ने बताया कि चुनाव लड़ने में 3 करोड़ रुपये तक ख़र्च हो जाते हैं।
सांसद ने ख़ुफ़िया कैमरे पर बताया कि उन्हें पार्टी से 1 करोड़ रुपये तक की मदद मिल जाती है। लेकिन आधा पैसा यानी 50 लाख रुपये हवाला के ज़रिए उन तक पहुँचता है।
कोली दो बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं। कोली ने स्टिंग ऑपरेशन में कहा कि उनके इलाक़े में चुनाव में ज़्यादा पैसा ख़र्च नहीं होता है। यहाँ 2 से 3 करोड़ रुपये ख़र्च हो जाते हैं।
एंबुलेंस से ले जाते हैं कालाधन
कोली ने दावा किया कि वह चुनाव में इस्तेमाल होने वाले कालेधन को लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल करते हैं और यह काम पुलिस की गाड़ी के जरिए भी किया जाता है। सांसद ने कबूल किया कि पिछली बार वह कालेधन की बदौलत ही सांसद बने थे और इस बार भी वह ऐसी ही कोशिश कर रहे हैं।
केजरीवाल के सांसद भी फंसे
‘ऑपरेशन भारतवर्ष’ में ख़ुद को ईमानदार बताने वाली आम आदमी पार्टी के सांसद भी फंसे हैं।
2014 के चुनाव में पंजाब के फ़रीदकोट से जीत हासिल कर संसद पहुँचे आम आदमी पार्टी के नेता साधू सिंह ने ‘ऑपरेशन भारतवर्ष’ में ख़ुफ़िया कैमरे के सामने कबूला कि वह पैसे के दम पर वोट का सौदा करते हैं।
सांसद साधू सिंह ने कहा, पिछली बार जब चुनाव लड़ा था तो आम आदमी पार्टी एक आंदोलन थी लेकिन अब यह एक राजनीतिक पार्टी है और पार्टी चलाने के लिए पैसा लेना कोई ग़ुनाह नहीं है।
‘ऑपरेशन भारतवर्ष’ में सांसद साधू सिंह से जब न्यूज़ चैनल की स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम ने चुनाव में मदद करने की बात कही तो उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में मदद करनी है तो रकम कैश में दो।
सांसद ने कहा कि ब्लैक मनी लेने में आम आदमी पार्टी को कोई झिझक नहीं है और वह तीन करोड़ रुपये कैश लेने के लिए तैयार हैं।
सासंद ने चैक लेने से यह कहते हुए मना कर दिया कि इससे परेशानी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के लिए उन्हें तीन-चार डमी कैंडिडेट भी खड़े करने होते हैं।
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