loader
fb/umabharati

कांडा की मदद से सरकार बनाने के ख़िलाफ़ उमा भारती, बीजेपी पर किया वार

भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती ने बलात्कार के आरोप में 18 महीने जेल में रहने वाले गोपाल कांडा के समर्थन से सरकार बनाने की कोशिशों का ज़ोरदार विरोध किया है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर ज़बरदस्त हमला बोला है, उस पर कटाक्ष किए हैं और उसे नैतिकता की याद दिलाई है।
देश से और खबरें
उमा भारती ने ट्वीट कर कहा है कि ' अगर गोपाल कांडा वही व्यक्ति है जिसकी वजह से एक लड़की ने आत्महत्या कर ली थी तथा उसकी माँ ने भी न्याय नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली थी, मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, तथा यह व्यक्ति ज़मानत पर बाहर है।'
उमा भारती ने कांडा के चुनाव जीतने की बात पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चुनाव जीतने से ही कोई आदमी अपने अपराधों से बरी नहीं हो जाता है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,  'गोपाल कांडा बेक़सूर है या अपराधी, यह तो क़ानून साक्ष्यों के आधार पर तय करेगा, किंतु उसका चुनाव जीतना उसे अपराधों से बरी नहीं करता। चुनाव जीतने के बहुत सारे फैक्टर होते हैं।'
मध्य प्रदेश की इस पूर्व मुख्य मंत्री ने पार्टी पर तंज करते हुए कहा कि पार्टी यह न भूले कि पूरी दुनिया मोदी जी के साथ खड़ी है। उमा भारती ने ट्वीट किया: 'मैं @BJP4India  जी से अनुरोध करूँगी कि हम अपने नैतिक अधिष्ठान को न भूलें। हमारे पास तो @narendramodi जी जैसी शक्ति मौजूद है, एवं देश क्या पूरी दुनिया की जनता मोदी जी के साथ है तथा मोदी जी ने सतोगुणी ऊर्जा के आधार पर राष्ट्रवाद की शक्ति खड़ी की है।'
उमा भारती ने बीजेपी से यह भी कहा कि हरियाणा में पार्टी की सरकार बने, पर इसमें शामिल होने वाले लोग बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरह ही साफ़-सुथरे हों।
नब्बे विधानसभा सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की ज़रूरत है, लेकिन सत्तारूढ़ बीजेपी को इस बार सिर्फ़ 40 सीटें ही मिली हैं। लिहाज़ा, उसे  दोबारा सरकार बनाने के लिए 6 और विधायकों की ज़रूरत है। ऐसे में बीजेपी ने गोपाल कांडा की मदद लेने का फ़ैसला किया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने चुनाव नतीजे आने के चंद घंटों के बाद ही दिल्ली में कांडा से मुलाक़ात कर उनसे समर्थन माँगा। सूत्रों का कहना है कि कांडा इस पर राज़ी हो गए हैं। यह भी मुमकिन है कि बीजेपी उन्हें मंत्री बनाएँ। गोपाल कांडा इसके पहले कांग्रेस की भूपिंदर सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 

ताज़ा ख़बर यह है कि इस बीच गोपाल कांडा ने बीजेपो को सरकार बनाने में समर्थन करने का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा है, 'मेरे पिता 1926 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ हुए थे। उन्होंने आज़ादी के बाद पहला चुनाव जनसंघ के टिकट पर लड़ा था।' 

इसके साथ ही यह साफ़ हो गया है कि उमा भारती कुछ भी कहें, बीजेपी कांडा की मदद से सरकार बनाने जा रही है।

याद दिला दें कि गीतिका ने 5 अगस्त 2012 को ख़ुदकुशी की थी। उनका शव अशोक विहार स्थित घर पर पंखे से लटका हुआ पाया गया था। सुसाइड नोट में गीतिका ने कथित रूप से गोपाल कांडा और उनके सहयोगी अरुणा चड्ढा का नाम लिया था। 

गीतिका शर्मा की आत्महत्या के छह महीने बाद उनकी माँ ने भी आत्महत्या कर ली थी और उन्होंने भी अपने सुसाइड नोट में कथित तौर पर कांडा का नाम लिया था।

गोपाल कांडा को लगभग 18 महीने जेल में रहना पड़ा था। बाद में मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर लगे बलात्कार के आरोप हटा लिए थे और उन्हें ज़मानत दे दी थी।

ज़मानत पर बाहर आने के बाद साल 2014 में ही गोपाल कांडा ने अपने भाई के साथ मिलकर हरियाणा लोकहित पार्टी का गठन किया और  विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें