ऑर्गनाइजेशन ऑफ़ इसलामिक कोऑपरेशन यानी ओआईसी ने भारतीय मुसलमानों को निशाने पर लेने की घटनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है और कहा है कि वह एक प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर भेजेगा जो वहाँ की ज़मीनी स्थिति का अध्ययन कर रिपोर्ट सौंपेगा।
जम्मू-कश्मीर के सात राजनीतिक दलों के संगठन गुपकार अलायंस ने सोमवार को साफ शब्दों में कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए और चुनाव उसके बाद ही किया जाना चाहिए।
आतंकवादी संगठन से जुड़े होने, उनके लिए काम करने और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 11 साल तक जेल काटने के बाद बशीर अहमद को निर्दोष क़रार दिया गया और रिहा कर दिया गया।
जम्मू एयर बेस पर हुए ड्रोन हमले के बाद कड़ी सुरक्षा चौकसी के बीच बुधवार को फिर से जम्मू में सेना के कैंप के पास ड्रोन देखे गए। यह लगातार चौथा दिन है जब ड्रोन दिखे हैं और अब तक ऐसे 7 ड्रोन को ट्रेस किया जा चुका है।
ट्विटर की वेबसाइट पर भारत का जो नक्शा दिखाया गया था, उसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत से बाहर दिखाया गया है। विवाद के बाद इस ग़लत नक्शे को ट्विटर ने हटा लिया है।
जम्मू स्थित भारतीय वायु सेना के अड्डे पर ड्रोन हमले से नुक़सान भले ही ज़्यादा न हुआ हो, लेकिन यह सवाल तो उठता है कि ये ड्रोन कहाँ से आए, कैसे आए, किस तरह रक्षा पंक्ति को भेदा।
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में तैनात स्पेशल पुलिस अफ़सर फ़ैयाज़ अहमद के घर पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इसमें फ़ैयाज़ अहमद, उनकी बेटी और पत्नी की मौत हो गई है।
जम्मू के वायु सेना के एक स्टेशन के अंदर देर रात 2 बजे दो धमाके हुए हैं। भारतीय वायुसेना ने इसकी पुष्टि की है। जहाँ ये धमाके हुए हैं उसे उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र बताया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने की माँग नहीं छोड़ी है, पर वे यह भी मानते हैं कि इस समय इसकी उम्मीद करना बेवकूफ़ी है।
जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ लगभग साढ़े तीन घंटे की बैठक के बाद यह साफ हो गया कि केंद्र सरकार सुलह सफाई के रास्ते पर है और वह राजनीतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहती है।
ऐसे समय जब जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक हो रही है, लद्दाख के लिए अलग विधायिका की माँग ज़ोर पकड़ रही है।