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महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री देशमुख के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, सीबीआई छापे

मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख परमबीर सिंह की सनसनीखेज चिट्ठी और वसूली के आरोप के मामले में नया मोड़ आ गया है। केंद्रीय जाँच ब्यूरो ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है और कई जगहों पर छापे मारे हैं। सीबीआई जिन जगहों की तलाशी ले रही है, उनमें देशमुख का घर भी शामिल है। 

याद दिला दें कि मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने के पद से हटने के बाद  मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिटठी लिख कर आरोप लगाया था कि देशमुख ने वाजे सहित कुछ पुलिस अधिकारियों को रेस्तरां और बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये उगाही कर देने को कहा था।

देशमुख ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। लेकिन उन पर राजनीतिक दबाव पड़ा और शुरुआती जाँच के बाद देशमुख को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। 

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11 घंटे लंबी सीबीआई पूछताछ

बता दें कि लगभग 10 दिन पहले सीबीआई ने देशमुख से 11 घंटों की लंबी पूछताछ की थी। यह पूछताछ मुख्य रूप से पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ी हुई थी। सीबीआई ने देशमुख को पूछताछ के लिए सांताक्रुज के कालीना डीआरडीओ गेस्ट हाउस पर बुलाया था। देशमुख सुबह क़रीब 10 बजे कालीना डीआरडीओ गेस्ट हाउस पहुँचे थे और उनसे रात क़रीब 9 बजे तक पूछताछ की गयी। देशमुख ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है।

'वाजे से बात होती थी'

सीबीआई ने देशमुख से पूछा था कि क्या उनकी कभी सचिन वाजे से मुलाक़ात हुई थी या फ़ोन पर बात हुई थी। इसके जवाब में देशमुख ने कहा था कि उनकी वाजे से बात होती थी, लेकिन जो हाई प्रोफाइल केस वाजे हैंडल कर रहे थे उसकी ब्रीफिंग के लिए वाजे को बुलाया जाता था।
अनिल देशमुख ने सीबीआई अधिकारियों से कहा कि वह इस मामले में शामिल नहीं हैं और जो आरोप उनके ऊपर लगाए गए हैं वह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित हैं।
बता दें कि सीबीआई अनिल देशमुख द्वारा कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की उगाही के मामले की जाँच कोर्ट के आदेश पर कर रही है। सीबीआई ने अनिल देशमुख के निजी सहायकों संजीव पलांडे और कुंदन से पूछताछ की थी। इससे पहले इस केस में सीबीआई पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से भी पूछताछ कर चुकी है। 
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क़मर वहीद नक़वी

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