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अंबानी मामला: NIA ने एंटीलिया के बाहर रीक्रिएट किया क्राइम सीन

मुकेश अंबानी एंटीलिया कार विस्फ़ोटक मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए की जांच जारी है। शुक्रवार की रात को एनआईए ने मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर क्राइम सीन रीक्रिएट किया। सबसे पहले पूरे इलाके में लोगों और वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया। 

इस दौरान सचिन वाजे को ढीले कुर्ते में मौके पर चलवाया गया। एनआईए ने पहले सड़क पर एक निशान बनाया फिर वहां से सचिन वाजे को चलने के लिए कहा। जिस समय एनआईए क्राइम सीन रीक्रिएट कर रही थी, वहां एनआईए के आईजी भी मौजूद थे। 

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एनआईए ने इस पूरे रीक्रिएशन की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई है। क्राइम सीन रीक्रिएशन के दौरान वहां पर सीएफएसएल की टीमें भी मौजूद थीं। स्कॉर्पियो में विस्फोटक रखने की जगह पर जांच की गई है और सचिन वाजे से सवाल जवाब भी किये गये। जांच के दौरान एंटीलिया के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई थी। 

क्राइम सीन रीक्रिएशन के दौरान एनआईए के अफसरों ने घटना वाले इलाके को चारों तरफ से घेर लिया और क्राइम सीन को रीक्रिएट किया। एनआईए के अधिकारियों ने पहले एंटीलिया के पास जाकर उस इलाके का दौरा किया जहां स्कॉर्पियो में विस्फोटक रखा गया था। उसके बाद सचिन वाजे को मौके पर बुलाया गया और ढीला कुर्ता पहनाकर चलवाया गया।

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सचिन वाजे को ढीला कुर्ता इसलिए पहनाया गया था क्योंकि 25 फरवरी की रात को सचिन वाजे ने जब विस्फ़ोटक से भरी स्कॉर्पियो कार को एंटीलिया के पास पार्किंग में लगाया था तो उसके कुछ देर बाद सचिन वाजे अपनी पहचान छिपाने के लिए ढीला कुर्ता पहनकर और सिर पर रुमाल रखकर उस स्कॉर्पियो का मुआयना करने के लिए आया था। 

सचिन वाजे की यह हरकत उस समय सीसीटीवी में कैद हो गई थी। अब एनआईए उसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सचिन वाजे की बॉडी लैंग्वेज का मिलान करना चाहती है। यही कारण है कि एनआईए ने एंटीलिया के बाहर क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया।

सहयोग न करने का आरोप

इससे पहले, एंटीलिया केस में एनआईए ने स्पेशल कोर्ट में दावा किया था कि सचिन वाजे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। एनआईए ने कहा कि कोर्ट ने आदेश दिया था कि जब भी वाजे से पूछताछ हो तो उनके वकील वाजे के साथ मौजूद रहें, लेकिन उनके वकील पूछताछ के दौरान नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि वाजे से पूछताछ नहीं हो पा रही है।

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शुक्रवार शाम को एनआईए की एक टीम ने मुंबई पुलिस कमिश्नर से भी मुलाकात की। इस दौरान एनआईए ने कमिश्नर से जांच में सहयोग करने की मांग की। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मनसुख हिरेन केस की जांच भी एनआईए कर सकती है। 

अभी मनसुख मौत मामले की जांच महाराष्ट्र एटीएस कर रही है। एटीएस ने अब तक इस मामले में करीब 25 लोगों से पूछताछ की है, इनमें से एक प्रमुख नाम मुंबई क्राइम ब्रांच की कांदिवली यूनिट के सीनियर इंस्पेक्टर सुनील माने का भी है।

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सोमदत्त शर्मा

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