loader

अश्लील फ़िल्म रैकेट केस: शर्लिन चोपड़ा को कोर्ट से झटका, कुंद्रा को भी राहत नहीं

राज कुंद्रा अश्लील फ़िल्म रैकेट केस में जहाँ एक तरफ क्राइम ब्रांच अभियुक्तों पर शिकंजा कसती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ मुंबई की सत्र न्यायालय से फ़िल्म अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा को बड़ा झटका लगा है। 

कोर्ट ने राज कुंद्रा अश्लील फ़िल्म रैकेट केस में शर्लिन चोपड़ा की अग्रिम ज़मानत याचिका को खारिज कर दिया है, जिससे शर्लिन चोपड़ा पर गिरफ़्तारी की तलवार लटक गई है। 

दूसरी ओर, बंबई हाई कोर्ट में राज कुंद्रा ने अपनी गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ जो याचिका डाली है उस पर कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। अब इस मामले में शनिवार को सुनवाई होगी। 

ख़ास ख़बरें

धोखाधड़ी 

वहीं पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा अश्लील फ़िल्म रैकेट के चलते सुर्खियों में बने हुए हैं।

इस बीच शिल्पा शेट्टी की माँ सुनंदा शेट्टी ने मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।

सुनंदा शेट्टी ने यह मामला एक ज़मीन की खरीद- फ़रोख्त में हुई धोखाधड़ी को लेकर दर्ज कराया है। इस मामले का शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।

raj kundra obscene film racket case : sharlyn chopra bail denied - Satya Hindi
राज कुंद्रा के साथ शिल्पा शेट्टी

फ़र्जी काग़ज़ात

मामला 2019 का है। शिल्पा शेट्टी की माँ सुनंदा शेट्टी ने जुहू पुलिस स्टेशन में सुधाकर घारे नाम के प्रॉपर्टी एजेंट के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी और धमकी देने का मामला दर्ज कराया।

सुनंदा ने पुलिस को अपने बयान में बताया है कि उन्होंने साल 2019 से फ़रवरी 2020 के बीच सुधाकर से एक ज़मीन खरीदने की बात चल रही थी।

फरवरी 2020 के आख़िर में इस ज़मीन का सौदा हो गया। सुनंदा ने सुधाकर घारे पर आरोप लगाया है कि उसने अपनी ख़ुद की ज़मीन बताकर उनसे सौदा किया था, लेकिन बाद में जाँच में पता लगा कि जिस जमीन को सुनंदा ने खरीदा है, दरअसल उस ज़मीन को फ़र्जी दस्तावेज के साथ सुनंदा को एक करोड़ 60 लाख में बेचा गया था। 

कुछ समय बाद जब सुनंदा ने इस ज़मीन को लेकर अपने वकीलों से बात की तो जाँच में पता चला सुधाकर ने फ़र्जी दस्तावेज तैयार कर इस ज़मीन को सुनंदा को भेज दिया है।

इस बारे में सुनंदा शेट्टी ने जब सुधाकर से बात की तो पहले तो सुधाकर अपनी बातों में सुनंदा शेट्टी को उलझाता रहा, लेकिन जब सुनंदा ने सुधाकर से ज्यादा कड़ाई से बात की तो उसने बड़े-बड़े नेताओं से संबंधों का हवाला दिया। 

इसके बाद सुनंदा ने अपने वकीलों की मदद से मुंबई की सिटी सिविल कोर्ट में सुधाकर के खिलाफ फ़र्जीवाड़े की याचिका दाख़िल की। अदालत के आदेश के बाद सुनंदा ने जुहू पुलिस स्टेशन में सुधाकर के खिलाफ धारा 406, 409, 420, 462, 467, 468, 471 और धारा 506 के तहत मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा अश्लील फ़िल्म रैकेट के चलते ख़बरों में हैं। राज कुंद्रा को मुंबई क्राइम ब्रांच ने अश्लील वीडियो रैकेट में शामिल पाए जाने पर गिरफ़्तार किया है जबकि इसी मामले में शिल्पा शेट्टी से भी मुंबई क्राइम ब्रांच पूछताछ कर चुकी है। 

राज कुंद्रा को पुलिस ने 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था। अब राज कुंद्रा 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में है। कुंद्रा की मेट्रोपोलिटन कोर्ट से ज़मानत की अर्जी ख़ारिज हो चुकी है, जिसके बाद उन्होंने अब ज़मानत के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा पर अब सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने भी शिकंजा कस दिया है। सेबी ने यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ इनसाइडर ट्रेडिंग के नियमों के तहत की है।

ज़ुर्माना

सेबी ने राज कुंद्रा उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी और उनकी कंपनी विआन इंडस्ट्रीज पर 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। सेबी ने तीनों को पेनाल्टी चुकाने के लिए 45 दिनों का समय दिया है। 

शिल्पा शेट्टी पर एक्शन इसलिए लिए गया है क्योंकि 2020 तक शिल्पा विआन कंपनी की मालकिन थीं, लेकिन उन्होंने 2020 में कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। सेबी ने जाँच में पाया कि शिल्पा ने अपनी कंपनी की गोपनीय जानकारी बाहर दी है इसलिए उनपर कार्रवाई की है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
सोमदत्त शर्मा

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें