loader

शिवसेना भी शरद पवार के साथ!, तो क्या बीजेपी को होगी मुश्किल?

क्या शरद पवार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई से बीजेपी की सहयोगी शिवसेना भी नाराज है। क्योंकि शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत शरद पवार के समर्थन में उतर आए हैं। राउत ने कहा है कि पवार एक वरिष्ठ नेता हैं और उनका पूरे महाराष्ट्र में आधार है। इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे कह चुके हैं कि जब वह महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता थे तो उन्होंने इस कथित घोटाले को लेकर कई बार आवाज़ उठाई लेकिन वह इतना दावे के साथ कह सकते हैं कि इस पूरे मामले में कहीं भी शरद पवार का नाम नहीं था। 

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार पर जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के द्वारा केस दर्ज किये जाने के बाद राज्य की सियासत में भूचाल आ गया है। एनसीपी पहले ही कह चुकी है कि उसके नेता को राजनीतिक बदले की भावना से निशाना बनाया जा रहा है। 

ताज़ा ख़बरें

न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राउत ने कहा, ‘जिस तरह से पूरे महाराष्ट्र का माहौल आपने बेवजह ख़राब कर दिया है, इसकी कोई ज़रूरत नहीं थी। महाराष्ट्र में चुनाव के दौरान आपने शरद पवार को मामले में घसीट लिया है जबकि सभी का कहना है कि बैंक में जो गड़बड़ी सामने आई है उसमें उस वक़्त शरद पवार का कोई संबंध नहीं था, पवार उस वक़्त न तो पावर में थे और न ही उस बैंक के निदेशक थे और न ही मेंबर थे। लेकिन अगर आपने पवार का नाम उसमें डाल दिया फिर भी सोच-समझकर ऐसा करना चाहिए था।’ 

राउत ने आगे कहा, ‘शरद पवार जैसा एक कद्दावर नेता इस राज्य में है, महाराष्ट्र में हर गाँव में, ज़मीन पर उनके कार्यकर्ता हैं और इसका रियेक्शन तो होगा ही।’

राउत ने आगे कहा कि ईडी कोई अमेरिका में बैठी संस्था नहीं है, हमारे ही देश में है, ऐसे में सरकार को इस मामले को देखना चाहिए था। राउत ने कहा कि पवार के मामले से एनसीपी को चुनाव के दौरान संजीवनी मिली है। राउत ने यह भी कहा कि अब इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है और पवार इससे सहानुभूति का लाभ ले सकते हैं। 

महाराष्ट्र से और ख़बरें
बता दें कि शरद पवार, उनके भतीजे अजित पवार, आनंद राव, जयंत पाटिल सहित क़रीब 70 लोगों के ख़िलाफ़ एमएससी के 25 हज़ार करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में ईडी ने केस दर्ज किया है। 22 अगस्त को बॉम्बे हाई कोर्ट ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार समेत 70 लोगों पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया था।

अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, राउत ने कहा, ‘बाला साहेब ठाकरे के समय से ही हम उनकी (पवार की) आलोचना करते रहे और उनके ख़िलाफ़ चुनाव भी लड़े, कभी जीते-कभी हारे। हालाँकि महाराष्ट्र की राजनीति में जब भी कुछ ग़लत होता है हम एक-दूसरे के साथ खड़े हो जाते हैं। जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से ईडी ने पूछताछ की थी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे उनके समर्थन में आए थे।’  राउत ने कहा कि यहाँ तक कि अन्ना हज़ारे ख़ुद भी पवार पर कई बार हमला कर चुके हैं लेकिन उन्होंने भी कहा कि पवार की बैंक घोटाले में कोई भूमिका नहीं है। 

संबंधित ख़बरें

अब इससे सवाल यह खड़ा हो रहा है कि कहीं बीजेपी इस मामले में अकेली न पड़ जाए। क्योंकि उसकी सहयोगी तक खुलकर इस बात को कह रही है कि पवार के ख़िलाफ़ किसी कार्रवाई से पहले सरकार को इस मामले को देखना चाहिए था। पहले से ही बीजेपी पर यह आरोप लग रहे हैं कि वह विपक्षी नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बना रही है और अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मौक़े पर पवार जैसे वरिष्ठ नेता पर कार्रवाई कहीं बीजेपी को भारी न पड़ जाये। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें