डॉ. अांबेडकर के नाम पर राजनीति करने वालों को इतना तो मालूम है कि बाबासाहेब जाति व्यवस्था के ख़िलाफ़ थे लेकिन बाक़ी चीजों पर ज़्यादातर लोग अन्धकार में हैं।
अगस्ता वेस्टलैंड डील के कथित दलाल क्रिश्चन मिशेल को भारत लाया गया है। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने आयकर मामले में हो रही जाँच रोकने की अपील भी ठुकरा दी है।
आरोपी बजरंग दल, बीजेपी और विहिप के पदाधिकारी हैं, ये भीड़ का हिस्सा थे और मरने-मारने पर उतारू थे। बुलंदशहर हिंसा से यूपी की शासन व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित कह दिया। दलित चिंतक कँवल भारती से समझिए कि ब्राह्मण की परेशानी क्या है कि वह दलित की पूजा नहीं कर सकता।
तपस्वी आश्रम के महंत परमहंस दास 6 दिसंबर को दोपहर 12 बजे अपनी चिता बनाकर आत्मदाह करने के निर्णय पर अटल थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया।
रामायण में राम केवल तीन बारे रोए हैं - तीनों ही बार सीता को कष्ट होने को लेकर। क्या अब चौथी बार राम के रोने का समय आ रहा है, उनके अविवेकी भक्तों के कारण?
तेलंगाना में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चर्च और मसिजिदों को मुफ़्त बिजली देने का वादा किया और मंदिरों को उससे अलग रखा। क्या सच में ऐसा है?
पाकिस्तान में ‘चिकन-अंडा’ रोजग़ार पर घमासान क्यों है? इमरान ख़ान ने जैसे ग़रीबी दूर करने के लिए ‘चिकन-अंडे’ की बात की, वैसे ही उनका मजाक क्यों उड़ना शुरू हो गया?
देश में गोत्र को लेकर चर्चा जोरों पर है। अपना गोत्र बताने के बाद से ही राहुल गाँधी इस बात को लेकर घिर गए हैं कि वे अपनी दादी का गोत्र क्यों बता रहे हैं?
गौरी लंकेश, कलबुर्गी, पानसरे और डाभोलकर की हत्या में जिस सनातन संस्था का नाम सामने आया है, यह संस्था हिंदूवाद की बात करती है और हत्या का प्रचार रखती है।