राजस्थान के सियासी घमासान को टालने में जुटे कांग्रेस आलाकमान को पायलट समर्थकों का सीधा संदेश है कि वे और उनके नेता झुकने वाले नहीं हैं। पायलट के एक समर्थक विधायक मुकेश भाकर के ट्वीट से ऐसा ही संकेत मिलता है। भाकर ने ट्वीट कर कहा, ‘जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है, उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है।’ भाकर लाडनूं सीट से विधायक हैं और राजस्थान युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।
गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री और पायलट के करीबी माने जाने वाले विश्वेंद्र सिह ने भी ट्वीट कर अपनी बात कही है। विश्वेंद्र ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि, गालिबन सच कहने का लुत्फ़ उठाता हूँ मैं। मैं बोलता हूँ तो इल्ज़ाम है बग़ावत का...मैं चुप रहूँ तो बड़ी बेबसी सी होती है..!’
फ़्लोर टेस्ट की मांग
उधर, जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक जारी है। सोमवार को हुई बैठक में गहलोत खेमे की ओर से दावा किया गया था कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है जबकि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के गुट का कहना है कि यह दावा झूठा है। ख़बरों के मुताबिक़, पायलट समर्थकों ने विधानसभा में फ़्लोर टेस्ट कराने की मांग की है।इस मुद्दे पर देखिए, वरिष्ठ पत्रकारों की चर्चा।
पायलट समर्थकों का वीडियो
सोमवार रात को पायलट के समर्थकों का एक वीडियो भी सामने आया जिसमें लगभग 15 विधायक दिखाई दिए। हालांकि इस वीडियो में पायलट नहीं दिखे हैं। बताया गया है कि यह वीडियो हरियाणा के मानेसर में स्थित किसी रिसॉर्ट का है। पायलट गुट के 30 विधायकों के समर्थन के दावे के उलट कांग्रेस का कहना है कि यह आंकड़ा 10 से 12 विधायकों का है।मनाने में जुटे वरिष्ठ नेता
सोमवार को कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को मनाने की पुरजोर कोशिश की थी। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी पायलट से बात की थी।
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