पंजाब में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम आते रहने के बीच राज्य सरकार ने 2 अगस्त से स्कूल की सभी कक्षाएँ खोलने को मंजूरी दे दी है। लेकिन साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना ज़रूरी होगा।
महाराष्ट्र, दिल्ली के बाद अब पंजाब में भी रात के कर्फ्यू की घोषणा की गई है। पंजाब सरकार ने कहा है कि रात के 9 बजे से सुबह के पाँच बजे तक पाबंदियाँ रहेंगी। यह आदेश 30 अप्रैल तक लागू रहेगा।
कोरोना के यूके स्ट्रेन यानी इंग्लैंड में पाए गए नये क़िस्म का कोरोना संक्रमण पंजाब में तेज़ी से फैला है। पंजाब में कोरोना संक्रमण के 401 सैंपल में से 81 फ़ीसदी यूके स्ट्रेन के ही वायरस मिले हैं।
पंजाब में कोरोना वायरस के चलते बीते 55 दिन से राज्य भर में जारी कर्फ्यू कल से यानी 18 मई को हट जाएगा। लेकिन लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। सामान्य जनजीवन आख़िर पटरी पर कैसे आएगा?
पंजाब में कोरोना वायरस का ख़ौफ़ और कहर बदस्तूर जारी है। प्रतिदिन संक्रमितों की तादाद में इज़ाफा हो रहा है। इस बीच एक ग़ौरतलब पहलू यह है कि कोरोना से अधिक मौतें अन्य बीमारियों की वजह से हो रही हैं।
कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन और कर्फ्यू ने ग़रीबों को बेजार कर दिया है। ऐसे हालात में भी पंजाब के लाखों ग़रीब केंद्र सरकार से मिलने वाले आधिकारिक राशन से वंचित हैं।
बीते 50 दिन में 1,70, 209 एनआरआई पंजाब आए। यह वह वक़्त था जब कोरोना वायरस चीन सहित कई देशों में पैर पसार चुका था। लेकिन भारत सरकार की कड़ी हिदायतों के बावजूद इनमें से अधिकांश ने मेडिकल जाँच नहीं करवाई।
क्या होगा यदि कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से लौटे हज़ारों लोग भारत आएँ और भीड़ में शामिल हो जाएँ? पंजाब के दोआबा क्षेत्र में 4427 ऐसे लोग हैं जो विदेश यात्रा से लौटे हैं और उनमें से क़रीब 50 फ़ीसदी लोगों को ट्रेस भी नहीं किया जा सका है।
कोरोना वायरस से फैलने से पंजाब में स्थिति बिगड़ने पर सख्ती बढ़ा दी गई है। कोरोना वायरस के चलते फ़िलहाल राज्य में 'मेडिकल इमरजेंसी' है और पंजाब में आँशिक लॉकडाउन हो गया है।