चीन ने सैन्य इरादों से किये जा रहे ढाँचागत निर्माण का सवाल खड़ा कर पूरे विवाद को नया मोड़ देने की कोशिश की है। चीन ने साफ़ कहा है कि दोनों देशों के बीच जो मौजूदा सैन्य तनाव चल रहा है उसकी जड़ में भारत द्वारा ढाँचागत निर्माण ही वजह है।
LAC पर 1975 के बाद पहली बार फ़ायरिंग हुई। क्या है चीन के इरादे और क्या मुमकिन है कूटनीतिक हल? स्मिता शर्मा ने बात की Delhi Policy Group के रिटा. ब्रिगेडियर अरुण सहगल और द हिंदू की कूटनीतिक संपादक सुहासिनी हैदर से।
भारत ने चीन के उस दावे को ख़ारिज कर दिया है जिसमें उसने दावा किया था कि भारतीय सैनिक एलएसी के पार गए थे और 'वार्निंग शॉट फ़ायरिंग' की थी। भारत ने कहा है कि ये चीनी सैनिक हैं जिन्होंने सीमा पर हवाई फ़ायरिंग की है।
चीन की इस हरकत से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य तनाव का तापमान काफी बढ़ गया है। इसी के मद्देनजर भारतीय सेना ने लेह-श्रीनगर राजमार्ग को आम आवाजाही के लिए रोक दिया है।
चीन और भारत सीमा पर तैनात रह चुके कर्नल सुमित सेन (रिटायर्ड ) बता रहे हैं कि लद्दाख़ में चीन के इरादे क्या हैं। क्या वो स्थायी रूप से क़ब्ज़ा के लिए पैंगोंग इलाक़े में आया है।
अब तक के संकेत यही हैं कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच वार्ता में भारी गतिरोध पैदा हो गया है और चीनी सेना ने संघर्ष के इलाक़ों से अपने सैनिकों को और पीछे हटाने से साफ़ इनकार कर दिया है।
भारत चीन सीमा विवाद के बीच चीन ने 20 हज़ार सैनिक एलएसी पर तैनात कर दिए हैं और सीमा से क़रीब एक हज़ार किलोमीटर दूर शिनजियांग में 10-12 हज़ार सैनिक पूरी तरह तैयार हैं।
चीन अचानक क्यों भड़का? क्या भारत चीन के बीच युद्ध या टकराव से समस्या हल होगी? पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सलाहकार और चीन भारत संबंध के विशेषज्ञ सुधीन्द्र कुलकर्णी से आलोक जोशी की ख़ास बातचीत।
एक अख़बार के मुताबिक़ यूरोप में तैनात अपने फ़ौजियों को अमेरिका अब भारत की समुद्री सीमा के पास ला रहा है। उधर लद्दाख़ की सीमा पर चीन अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। क्या ये युद्ध के संकेत हैं। वरिष्ठ पत्रकार हरि कुमार खोल रहे हैं राज।