तुषार ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने इस जिम्मेदारी को स्वीकार न करने का फ़ैसला लिया है और इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जानकारी दे दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि कोरोना की दूसरी लहर में मार्च और अप्रैल महीनों में मध्य प्रदेश में कोरोना से 1 लाख से ज़्यादा लोग मारे गये हैं, लेकिन सरकार आँकड़े छिपा रही है।
पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटरों की कथित तौर पर घटिया क्वालिटी ने भोपाल स्थित मध्य प्रदेश के सबसे पुराने एवं बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया में कोरोना संक्रमित एक गंभीर रोगी की जान ले ली।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी के कई कद्दावर नेताओं की नज़र है, यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है। लेकिन बंगाल विधानसभा चुनावों के नतीजों ने ऐसे नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
कोरोना संक्रमण से मरने वालों के आँकड़े छिपाए जाने के आरोप क्यों लग रहे हैं? यदि श्मशान व कब्रिस्तान में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किए जाने वालों की संख्या और मौत के सरकारी आँकड़ों में अंतर होगा तो सवाल तो उठेंगे ही।
कोरोना को लेकर अव्यवस्था पर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने निर्देश दिये हैं कि कोरोना के गंभीर रोगियों को एक घंटे में रेमडेसिविर इंजेक्शन और 36 घंटे में आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।