योगी सरकार के एक और मंत्री ने विवादित बयान दिया है। मंत्री का नाम रघुराज सिंह है। रघुराज सिंह ने कहा है कि मदरसों से आतंकी निकलते हैं और अगर भगवान ने उन्हें मौक़ा दिया तो वे सारे मदरसे बंद कर देंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 250 मदरसे थे, जो अब 22 हज़ार हो गए हैं और मदरसों में केवल और केवल आतंकी पैदा होते हैं।
बीजेपी के नेताओं की इस ज़हरीली बयानबाज़ी की वजह से मदरसों के शिक्षकों पर कई जगहों पर हमले हो चुके हैं।
निशाने पर मुसलमान
निश्चित रूप से इस बयान के जरिये मुसलमानों को निशाना बनाया गया है। वैसे, बीजेपी के किसी नेता की ओर से इस तरह का बयान आना कोई हैरानी पैदा नहीं करता है। क्योंकि गिरिराज सिंह से लेकर योगी आदित्यनाथ तक तमाम नेता ऐसे हैं, जिन्होंने मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रती बयान दिए हैं।
इस साल जुलाई में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने जाने-माने शायर मुनव्वर राणा को लेकर विवादित बयान दिया था। शुक्ला ने कहा था कि 1947 में जो मुसलमान इस साज़िश के तहत भारत में रुके थे कि भारत को फिर से बांटेंगे और इसके टुकड़े करेंगे, उन्हीं में से मुनव्वर राणा भी एक हैं और वे लोग जो भारतीयों के ख़िलाफ़ खड़े होंगे, एनकाउंटर में मारे जाएंगे, चाहे फिर वे कोई भी हों।
उत्तर प्रदेश में चुनाव सामने हैं और बीजेपी के विधायकों-मंत्रियों से अपेक्षा तो यह की जाती है कि वे अपने कामों के बारे में जनता को बताएंगे। लेकिन वे बात कर रहे हैं एनकाउंटर में मारने की और हिंदू-मुसलमान की। ऐसा लगता है कि चुनाव आने तक इस तरह के और बयान आएंगे।
बीजेपी ने बीते दिनों कैराना से कथित पलायन के मुद्दे को जिंदा करने की कोशिश की है जबकि उसके ही पूर्व सांसद हुकुम सिंह इसे क़ानून व्यवस्था का मुद्दा बता चुके थे। इस सबका सीधा मक़सद हिंदुओं को मुसलमानों के ख़िलाफ़ खड़ा करके चुनाव में उनके वोट हासिल करना है। देखना होगा कि प्रदेश की जनता हिंदू-मुसलमान के मुद्दे पर वोट देगी या फिर मुद्दों पर।
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