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शीतलकुची गोलीबारी : ममता ने कहा 'नरसंहार', मोदी कोड ऑफ कंडक्ट

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कूचबिहार ज़िले के शीतलकुची में हुई गोलीबारी को नरसंहार करार देते हुए कहा है कि वे चुनाव आयोग के 72 घंटे का प्रतिबंध ख़त्म होते ही वहाँ जाएंगी और पीड़ितों के परिजनों से मिलेंगी। उन्होंने चुनाव आयोग पर तंज करते हुए कहा है कि मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट दरअसल 'मोदी कोड ऑफ़ कंडक्ट' बन चुका है। 

बता दें कि शनिवार को कूचबिहार के शीतलकुची में केंद्रीय सुरक्षा बलों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई और दूसरे चार घायल हो गए।

केंद्रीय सुरक्षा बलों का कहना है कि जवानों ने आत्मरक्षा में गोलियाँ चलाईं, जबकि ममता बनर्जी ने कहा है कि मतदान के लिए लाइन में खड़े निहत्थे लोगों को गोली मारी गई। इसके बाद चुनाव आयोग ने उस इलाक़े में किसी पार्टी के किसी नेता के 72 घंटे तक प्रवेश पर रोक लगा दी। 

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आत्मरक्षा नहीं, नरसंहार?

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर ज़ोरदार हमला करते हुए इस गोलीबारी को नरसंहार बताया है। उन्होंने कहा कि वे केंद्रीय सुरक्षा बलों के ख़िलाफ़ नहीं हैं, पर बीजेपी उनका इस्तेमाल कर रही है और अमित शाह के कहे मुताबिक वे काम करते हैं। 

तृणमूल प्रमुख ने सुरक्षा बलों के आत्मरक्षा में गोलीबारी करने के बयान को खारिज करते हुए रविवार को कहा,

यह बात (आत्म रक्षा में गोली चलाने की) कहाँ से आई? उनकी तरफ से कौन घायल हुआ? क्या कोई फुटेज है? लोगों की हत्या करने के बाद वे अपनी इस हरकत का बचाव कर रहे हैं।


ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल

'डराने के लिए गोलीबारी'

ममता बनर्जी ने कहा कि गोलीबारी जानबूझ कर किया गया और लोगों को डराने के लिए किया गया ताकि वे मतदान न करें। उन्होंने कहा, "बाहर के लोगों ने गोलीबारी की है। नियम है कि भीड़ पर काबू पाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया जाना चाहिए, फिर आंसू गैस के गोले छोड़े जाएँ या पानी की बौछार की जाए।"

उन्होंने इसके आगे कहा, "मैं शुरू से कह रही हूँ कि वे लोगों को भयभीत कर रहे हैं और उन्हें वोट देने से मना कर रहे हैं। लोगों को मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए। मतदान ही उसका मुंहतोड़ जवाब है।"

mamata banerjee to visit sitalkuchi west bengal firing - Satya Hindi

'मोदी कोड ऑफ़ कंडक्ट'

तृणमूल प्रमुख ने कहा, "चुनाव आयोग ने मुझे शीतलकुची जाने की अनुमति नहीं दी। मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट मोदी कोड ऑफ़ कंडक्ट बन चुका है। मैं सिर्फ बीजेपी को संतुष्ट करने के लिए पीड़ितों के परिजनों से मिलने नहीं गई।"

उन्होंने इसके साथ ही यह भी ऐलान किया कि 72 घंटे पूरे होते ही वे पीड़ितों के परिजनों से मिलने जाएंगी और उन्हें ऐसा करने से कोई रोक नहीं सकता। 

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क़मर वहीद नक़वी

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