For queries and assistance related to the detention of Indian students in the US, please contact our special 24/7 helpline. pic.twitter.com/iorYgZ5cxX
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) February 2, 2019
भारतीय दूतावास ने जानकारी दी है कि इन दोनों नंबर पर 24 घंटे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। छात्रों पर आरोप है कि इन्होंने अमेरिका में रहने के लिए एक फ़र्ज़ी यूनिवर्सिटी में दाख़िला लिया था। गिरफ़्तार छात्रों के परिजन दूतावास की ओर से जारी किए गए इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, हमने अमेरिका में भारतीय समुदाय वाले संगठनों से गिरफ़्तार किए गए भारतीय छात्रों की मदद करने के लिए कहा है।
यह ‘पे एंड स्टे’ रैकेट कुछ भारतीयों द्वारा चलाया जा रहा था और इस वजह से लगभग 600 छात्र मुसीबत में फंस गए हैं। इन छात्रों के गिरफ़्तार होने के बाद अन्य भारतीय छात्र भी परेशान हैं। मामले की जाँच कर रहे अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि जिन छात्रों ने इसमें दाख़िला लिया था वे जानते थे कि यूनिवर्सिटी के द्वारा चलाए जा रहे पाठ्यक्रम ग़लत हैं।
अमेरिकी जाँच अधिकारियों के अनुसार, इन लोगों को प्रतिबंधित करने के बजाए सभी को देश से बाहर निकाल दिया जाएगा। जॉच एजेंसी के अधिकारियों ने मामले का पता लगाने के लिए भारतीय छात्रों की एड़ी में एक ट्रेकिंग डिवाइस लगाई थी। छात्रों को एक निश्चित सीमा से बाहर न जाने के लिए कहा गया था। आँकड़ों के अनुसार, 2017 में अमेरिका में 2,49,763 भारतीय छात्रों ने वहाँ की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में दाख़िला लिया था।
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