loader
मिशेल और बराक ओबामा।फ़ोटो साभार: इंस्टाग्राम/मिशेल ओबामा

मिशेल की नसीहत, पूर्व राष्ट्रपतियों से सबक़ लें डोनल्ड ट्रंप

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी और अमेरिका की फर्स्ट लेडी रहीं मिशेल ओबामा ने आसान सत्ता हस्तांतरण नहीं करने पर डोनल्ड ट्रंप की तीखी आलोचना की है। उन्होंने ट्रंप और मेलानिया ट्रंप को ओबामा कार्यकाल को याद दिलाते हुए कहा है कि वे सत्ता हस्तांतरण के पूर्व राष्ट्रपतियों के उदाहरण से सबक लें। मिशेल ने इसके लिए इंस्टाग्राम पर लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी है। उनकी यह प्रतिक्रिया ट्रंप के उस रुख के बाद आयी है जिनमें वह हार स्वीकार नहीं कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि वह चुनाव जीत चुके हैं! ट्रंप ने एक दिन पहले ही इसको लेकर ट्वीट किया है।

ख़ास ख़बरें

अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के बारे में अजीबोगरीब उलझन है। पॉपुलर वोटों के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव जो बाइडन को जीता हुआ बताया जा रहा है, लेकिन ट्रंप हार मानने को तैयार नहीं हैं। आधिकारिक तौर पर इसकी आख़िरी घोषणा नहीं हुई है क्योंकि वोटों की गिनती की प्रक्रिया अभी भी जारी है। ट्रंप ने ख़ुद को जीता हुआ बताया है और बिना किसी सबूत के ही वोटों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप भी लगाया है। वह कोर्ट में भी चले गए हैं। इस वजह से ट्रंप प्रशासन से जो बाइडन को सत्ता के हस्तांतरण की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है। अमेरिका में चुनाव विशेषज्ञों, अधिकतर नेताओं का मानना है और आम धारणा भी यही है कि जो बाइडन चुनाव जीत चुके हैं। यहाँ तक कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित कई अधिकारी भी यही मानते हैं, लेकिन ट्रंप अपने रुख पर अड़े हुए हैं। ट्रंप समर्थक तो हिंसा पर उतारू हैं। 

ट्रंप के इसी रुख पर मिशेल ने पोस्ट लिखी है। मिशेल ने लिखा है, 'मैं सभी अमेरिकियों, विशेषकर हमारे राष्ट्र के नेताओं से आग्रह करना चाहती हूँ कि वे पार्टी की परवाह किए बिना चुनावी प्रक्रिया का सम्मान करें और सत्ता के एक आसान हस्तांतरण को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी भूमिका निभाएँ, जैसा कि इतिहास में हमारे तत्कालीन राष्ट्रपतियों ने किया है।'

michelle obama criticises donald trump for not smooth transition of power  - Satya Hindi

इसके साथ ही उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में उन लम्हों को याद किया है कि कैसे उन्होंने और बराक ओबामा ने 2016 के चुनाव परिणाम की अपनी निराशाओं को दरकिनार कर व्हाइट हाउस के अंदर ट्रंप दंपति का स्वागत किया था। 

मिशेल ने लिखा है, 'मैं आहत और निराश थी- लेकिन वोटों की गिनती हो गई थी और डोनल्ड ट्रम्प जीत गए थे।' उन्होंने लिखा कि हस्तांतरण उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने अमेरिकी लोगों की पसंद का सम्मान किया।

michelle obama criticises donald trump for not smooth transition of power  - Satya Hindi

पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी ने अपनी पोस्ट में स्वीकार किया है कि व्हाइट हाउस में ट्रंप का स्वागत करना उनके लिए भी आसान नहीं था। उन्होंने लिखा है कि 'डोनल्ड ट्रंप ने मेरे पति के बारे में रंगभेद वाला झूठ फैलाया था जिससे मेरे परिवार पर ख़तरा मंडराने लगा था। यही वह चीज थी जिसके लिए मैं आसानी से माफ़ करने वाली नहीं थी।'

इसके बाद उन्होंने लिखा है कि फिर भी मैंने अपने गु़स्से पर काबू करने के लिए मज़बूती और परिपक्वता दिखाई और मेलानिया ट्रंप का स्वागत किया। उन्होंने यह भी लिखा है कि कैसे उन्होंने वहाँ अपने बच्चों के लालन-पालन के अपने अनुभव मेलानिया के साथ साझा किए। 

मिशेल ने लिखा, 'हमने प्रेजिडेंट-इलेक्ट की टीम के लोगों को अपने कार्यालयों में आमंत्रित किया और उनके लिए विस्तृत मेमो तैयार किया, जो हमने पिछले आठ वर्षों में सीखा था।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें